Jharkhand News: झारखंड में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए खुशखबरी, रांची के मेदिनीनगर सदर अस्पताल में शुरू होगा खास OPD, मुफ्त इलाज की सुविधा
ट्रांसजेंडर लोग अब बिना डर के डॉक्टर से मिल सकेंगे; मेडिसिन, साइकियाट्री और एंडोक्राइनोलॉजी के डॉक्टर होंगे तैनात।

Jharkhand News: झारखंड सरकार ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों की सेहत का खास ख्याल रखने का फैसला लिया है। राज्य के पलामू जिले के मेदिनीनगर सदर अस्पताल में एक अलग OPD यानी बाह्य रोगी विभाग खोला जाएगा। यह OPD सिर्फ ट्रांसजेंडर लोगों के लिए होगा, जहां वे अपनी परेशानियां बिना शर्म या डर के बता सकेंगे। सरकार का कहना है कि इससे इन लोगों को सम्मानजनक और आसान इलाज मिलेगा। यह योजना ट्रांसजेंडर समुदाय की सेहत को बेहतर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। जल्द ही यह OPD शुरू हो जाएगा, और मुफ्त दवाओं व जांच की सुविधा मिलेगी।
ट्रांसजेंडर समुदाय की सेहत परेशानियां: अलग OPD से मिलेगी राहत
ट्रांसजेंडर लोग अक्सर अपनी पहचान की वजह से डॉक्टरों के पास जाने से हिचकते हैं। सामान्य OPD में उन्हें अपमान या गलत इलाज का डर रहता है। इसकी वजह से उनकी सेहत की छोटी-छोटी बीमारियां बड़ी हो जाती हैं। झारखंड सरकार ने इस समस्या को समझा है। मेदिनीनगर सदर अस्पताल में यह OPD खोलने से ट्रांसजेंडर लोगों को अपना डॉक्टर मिलेगा, जो उनकी खास जरूरतों को समझेगा। यहां हार्मोन थेरेपी, मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग और सर्जरी से जुड़ी सलाह दी जाएगी। डॉक्टरों को ट्रांसजेंडर सेहत पर खास ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे न सिर्फ इलाज आसान होगा, बल्कि समुदाय में विश्वास भी बढ़ेगा।
Jharkhand News: मेदिनीन नगर में खास OPD, जल्द शुरू होगा काम
झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने इस OPD को मेदिनीनगर सदर अस्पताल में लगाने का फैसला किया है। यह इलाका ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सुलभ है। OPD में मेडिसिन, साइकियाट्री और एंडोक्राइनोलॉजी के डॉक्टर तैनात होंगे। मुफ्त जांच, दवाएं और काउंसलिंग की सुविधा होगी। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “ट्रांसजेंडर समुदाय हमारे समाज का हिस्सा है। उन्हें अलग OPD देकर हम उनकी गरिमा का सम्मान कर रहे हैं।” योजना के तहत पहले 6 महीने में 500 मरीजों का इलाज होगा। अगर यह सफल रही तो दूसरे जिलों में भी फैलाया जाएगा।
ट्रांसजेंडर अधिकारों पर जोर: समाज में समानता का संदेश
भारत सरकार ने 2014 में ट्रांसजेंडर को तीसरी लिंग के रूप में मान्यता दी थी। लेकिन सेहत सेवाओं में अभी भी कमी है। झारखंड का यह कदम ट्रांसजेंडर समुदाय को मुख्यधारा में लाने की दिशा में सकारात्मक है। सामाजिक कार्यकर्ता कहते हैं कि इससे न सिर्फ सेहत सुधरेगी, बल्कि समाज में भेदभाव भी कम होगा। ट्रांसजेंडर समुदाय के एक सदस्य ने कहा, “अब हम बिना डर के डॉक्टर के पास जा सकेंगे। यह हमारे लिए नई जिंदगी है।” सरकार का यह प्रयास अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बनेगा। उम्मीद है कि जल्द ही OPD शुरू होकर लोगों को फायदा पहुंचाए।



