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Sminu Jindal: गोवा-दिल्ली उड़ान के बाद बेटी स्मिनू को 'मुड़ी हुई' व्हीलचेयर लौटाए जाने पर नवीन जिंदल ने इंडिगो की आलोचना की

इंडिगो ने तोड़ी नवीन जिंदल की बेटी की व्हीलचेयर, सांसद ने मांगा जवाब

Sminu Jindal: नई दिल्ली, जिंदल समूह के अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने कम लागत वाली एयरलाइन इंडिगो पर तीखा प्रहार किया है। 10 अक्टूबर को गोवा से दिल्ली की उड़ान के बाद उनकी बेटी स्मिनू जिंदल को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त व्हीलचेयर लौटाई गई। स्मिनू, जो रीढ़ की हड्डी की चोट से ग्रस्त हैं और विकलांगता अधिकारों की पैरोकार हैं, पर्पल फेस्ट गोवा से लौट रही थीं। इस घटना ने दिव्यांग यात्रियों की सुरक्षा पर बहस छेड़ दी है। नवीन जिंदल ने इसे ‘व्यवस्थागत समस्या’ बताया और एयरलाइंस से सख्ती की मांग की। इंडिगो ने माफी मांगी, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा।

स्मिनू जिंदल का दर्द: व्हीलचेयर हमारी गरिमा का प्रतीक’

Sminu Jindal
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स्मिनू जिंदल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी निराशा जाहिर की। उन्होंने लिखा, यह एक ऐसा आघात है, जिसका सामना हजारों दिव्यांग व्यक्ति हवाई यात्रा के दौरान करते हैं। मेरी विशेष डिजाइन वाली व्हीलचेयर को ‘पूरी तरह मुड़ी हुई और अनुपयोगी’ हालत में लौटा दिया गया। स्मिनू ने नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू को टैग करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, यह मुद्दा लंबे समय से लंबित है। व्हीलचेयर सिर्फ एक उपकरण नहीं, बल्कि हमारी स्वतंत्रता और गरिमा का प्रतीक है। एक बार ढांचा मुड़ जाए, तो मरम्मत संभव नहीं।

एक फॉलो-अप पोस्ट में स्मिनू ने जोर दिया, यह कोई अकेला मामला नहीं। हजारों दिव्यांग लोग हवाई यात्रा के दौरान यही पीड़ा झेलते हैं। एयरलाइंस को समर्पित सुरक्षित खंड बनाना चाहिए और कर्मचारियों को संवेदनशील प्रशिक्षण देना चाहिए। स्मिनू पर्पल फेस्ट गोवा से लौट रही थीं, जो दिव्यांग व्यक्तियों की स्वतंत्रता, स्वावलंबन और सम्मान का उत्सव है। उनकी यह आवाज पूरे समुदाय के लिए प्रेरणा बनी हुई है।

नवीन जिंदल: कड़े प्रोटोकॉल जरूरी

Sminu Jindal
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नवीन जिंदल ने बेटी के पोस्ट को रीशेयर करते हुए लिखा, “मेरी बेटी @SminuJindal के साथ जो हुआ, वह बेहद चिंताजनक है और एक व्यापक व्यवस्थागत समस्या को दर्शाता है। व्हीलचेयर सिर्फ गतिशीलता का साधन नहीं, बल्कि गरिमा और स्वतंत्रता का प्रतीक है। एयरलाइंस को सहायक उपकरणों को अत्यंत सावधानी और सम्मान के साथ संभालना चाहिए। अब समय आ गया है कि कड़े प्रोटोकॉल और बेहतर संवेदनशीलता प्रशिक्षण का पालन किया जाए। जिंदल ने इसे ‘बड़ा प्रणालीगत मुद्दा’ बताया और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। एक उद्योगपति और सांसद के रूप में, जिंदल ने दिव्यांग अधिकारों को संसद में उठाने का वादा किया।

इंडिगो: मामला जांच के दायरे में

इंडिगो ने X पर बयान जारी कर असुविधा पर गहरा खेद जताया। एयरलाइन ने लिखा, मैम, आपके अनुभव के बारे में जानकर हमें चिंता हुई और आपको हुई असुविधा के लिए गहरा खेद है। हम सहायक उपकरणों की सर्वोत्तम देखभाल सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं और आपको आश्वस्त करते हैं कि मामला गंभीरता से जांच के दायरे में है। हम जल्द संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।

फॉलो-अप में इंडिगो ने कहा, “प्रिय महोदया, हुई असुविधा के लिए गहरा खेद। हम अपने सभी ग्राहकों के लिए सहज यात्रा सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध हैं। आपकी प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण है। हम सहायक उपकरणों के महत्व को समझते हैं और आपकी किसी भी आवश्यक सहायता के लिए उपलब्ध हैं। कृपया आश्वस्त रहें कि हम अपनी प्रक्रियाओं को मजबूत कर रहे हैं। एयरलाइन ने स्मिनू से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली।

Sanjna Gupta
Author: Sanjna Gupta

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