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धर्मशाला में दलाई लामा के 90वें जन्मोत्सव के लिए विशेष चीनी प्रतिनिधिमंडल पहुंचा मैक्लोडगंज

धर्मगुरु दलाई लामा के 90वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भाग लेने के लिए ताइवान और अमेरिका में रहने वाले चीनी मूल के प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों, कलाकारों और लोकतंत्र समर्थकों का एक विशेष प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को धर्मशाला के मैक्लोडगंज पहुंचा। यह प्रतिनिधिमंडल विशेष रूप से चीन से बाहर रह रहे उन लोगों का है जो तिब्बती संस्कृति, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समर्थन में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं।

इस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत निर्वासित तिब्बत सरकार (Central Tibetan Administration) की सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग (DIIR) की मंत्री नोरजिन डोल्मा और सचिव कर्मा चोयिंग ने किया। नोरजिन डोल्मा ने इस अवसर पर कहा, “यह मुलाकात चीनी समुदाय के साथ संवाद और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम है। इससे पारस्परिक समझ और सहयोग को नई मजबूती मिलेगी।”

प्रतिनिधिमंडल में कई उल्लेखनीय हस्तियां शामिल हैं। इनमें अमेरिका स्थित लिबर्टी स्कल्पचर्स पार्क के संस्थापक प्रसिद्ध चीनी मूल के मूर्तिकार चेन वेइमिंग प्रमुख हैं, जो चीन में मानवाधिकार और लोकतंत्र के लिए अपने खुले समर्थन के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ संचार प्रबंधक लिसे किंग, न्यूयॉर्क की सिटी यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय राजनीति के प्रोफेसर मिंग जिया, ताइवान की नेशनल चेंगची यूनिवर्सिटी से प्रो. ली येउ टार्न, कलाकार चिउ चुन वेई, और फूयिन यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रो. सु जिया-होंग भी पहुंचे हैं।

इसके अतिरिक्त, वाशिंगटन डीसी स्थित तिब्बत कार्यालय से चीनी संपर्क अधिकारी त्सुल्त्रिम ग्यात्सो, तिब्बत नीति संस्थान से शोधकर्ता फेंथोक, और डीआईआईआर के चीनी विभाग प्रमुख जयांग त्सेरिन भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे।

इस उच्चस्तरीय उपस्थिति को न केवल दलाई लामा के वैश्विक प्रभाव और सम्मान से जोड़ा जा रहा है, बल्कि इसे चीन के बाहर रहने वाले लोगों के तिब्बती मुद्दों के प्रति संवेदनशील रुख के रूप में भी देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि दलाई लामा का 90वां जन्मदिन 6 जुलाई को मनाया जाएगा, जिसे लेकर धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय मेहमानों की आमद शुरू हो चुकी है। यह आयोजन तिब्बती संस्कृति, स्वतंत्रता और वैश्विक शांति की भावना को एकजुट करने का प्रतीक बन रहा है।

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