
नई दिल्ली: सोमवार से लागू होने जा रहे नए जीएसटी सुधारों का सीधा फायदा आम लोगों को मिलने वाला है। अब कई जीवन रक्षक दवाइयां और जरूरी चिकित्सा उपकरण सस्ते हो जाएंगे। फार्मा सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को आम नागरिकों के लिए और ज्यादा किफायती और सुलभ बनाएगा।
भारतीय फार्मास्युटिकल अलायंस (IPA) के महासचिव सुदर्शन जैन ने बताया कि ज्यादातर दवाओं पर पहले 12% जीएसटी लगता था, जिसे अब घटाकर सिर्फ 5% कर दिया गया है। इतना ही नहीं, कैंसर, हृदय रोग, आनुवंशिक और दुर्लभ बीमारियों से जुड़ी 36 महत्वपूर्ण जीवन रक्षक दवाओं को पूरी तरह टैक्स फ्री कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी परिषद ने स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम, ग्लूकोमीटर और चश्मों पर भी कर की दरें कम करके आम परिवारों को राहत दी है।
स्वास्थ्य पर बोझ कम होगा
जैन के मुताबिक, इस सुधार से सीधे तौर पर मरीजों और उनके परिवारों पर खर्च का बोझ घटेगा। लोग जरूरी इलाज आसानी से करा पाएंगे और स्वास्थ्य सुरक्षा मजबूत होगी। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि इन लाभों का फायदा लोगों तक तेजी और पारदर्शिता से पहुंचे। इससे सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं का लक्ष्य पूरा होगा।”
ऑर्गेनाइजेशन ऑफ फार्मास्युटिकल प्रोड्यूसर्स ऑफ इंडिया (OPPI) के महानिदेशक अनिल मताई ने भी इस फैसले को ऐतिहासिक बताया। उनके अनुसार, यह कदम न सिर्फ अस्पतालों में बल्कि घरों पर होने वाले इलाज को भी सस्ता बनाएगा और मरीजों को बड़ी राहत देगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस सुधार से भारत की हेल्थकेयर व्यवस्था और मजबूत होगी। दवाओं और मेडिकल उपकरणों की कीमतें घटने से इलाज की पहुंच आसान होगी। साथ ही, यह फैसला सरकार की उस सोच को भी दर्शाता है जिसमें हर नागरिक को सस्ती और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने पर जोर है।