
New Governor: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा, गोवा और लद्दाख के लिए नए राज्यपालों और उपराज्यपाल की नियुक्ति की घोषणा की है। इस बड़े फैसले में प्रो. आशिम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल, पुसापति अशोक गजपति राजू को गोवा का राज्यपाल और कविंद्र गुप्ता को लद्दाख का उपराज्यपाल बनाया गया है। इसके साथ ही, ब्रिगेडियर (डॉ.) बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) का लद्दाख के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया गया है। यह खबर पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है।
हरियाणा के नए राज्यपाल, प्रो. आशिम कुमार घोष
प्रो. आशिम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे एक अनुभवी और शिक्षित व्यक्ति हैं, जिन्हें शिक्षा और प्रशासन के क्षेत्र में उनकी समझ के लिए जाना जाता है। उनकी नियुक्ति से हरियाणा में विकास कार्यों को नई गति मिलने की उम्मीद है। लोग चाहते हैं कि उनके नेतृत्व में राज्य में शिक्षा, रोजगार और बुनियादी सुविधाओं में सुधार हो। प्रो. घोष के अनुभव से हरियाणा को नई दिशा मिल सकती है।
New Governor: अशोक गजपति राजू को गोवा का नया राज्यपाल बनाया गया
गोवा के लिए पुसापति अशोक गजपति राजू को नया राज्यपाल बनाया गया है। वे पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और उनके पास प्रशासन का लंबा अनुभव है। गोवा, जो अपने समुद्र तटों और पर्यटन के लिए मशहूर है, में उनकी नियुक्ति से स्थानीय लोगों में उत्साह है। गजपति राजू के अनुभव से गोवा में पर्यटन, रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। लोग उनके नेतृत्व में गोवा के और बेहतर होने की आशा रखते हैं।
लद्दाख का नया उपराज्यपाल, कविंद्र गुप्ता
कविंद्र गुप्ता को लद्दाख का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे पूर्व में जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके व्यापक अनुभव से लद्दाख में विकास और सुरक्षा के क्षेत्र में नए अवसरों का सृजन होगा। लद्दाख अपनी प्राकृतिक सुंदरता और रणनीतिक महत्व के लिए जाना जाता है। कविंद्र गुप्ता के नेतृत्व में क्षेत्र में सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है। स्थानीय लोग उनकी नियुक्ति से खुश हैं।
इन नियुक्तियों का महत्व
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह फैसला देश के प्रशासन में एक बड़ा कदम है। इन नए नेताओं से हरियाणा, गोवा और लद्दाख में बेहतर शासन, विकास और रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है। लोग सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं और नए राज्यपालों व उपराज्यपाल के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। यह नियुक्तियां देश की राजनीति और प्रशासन में नई ऊर्जा लाने का संकेत देती हैं।