Bihar Chunav: CWC की बैठक में बड़ा फैसला, RJD से 60 सीटों पर अड़ी कांग्रेस, आखिरी फैसला राहुल-खड़गे लेंगे
बिहार चुनाव 2025, कांग्रेस 55 सीटों से कम पर राजी नहीं, राहुल-खड़गे को मिला अंतिम फैसला लेने का अधिकार।

Bihar Chunav: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान अब अंतिम दौर में पहुंच गई है। राहुल गांधी के पटना दौरे के ठीक एक दिन बाद, आज बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में बिहार को लेकर पार्टी की रणनीति तय की गई और यह फैसला लिया गया कि कांग्रेस 55 से 60 सीटों से कम पर किसी भी हाल में समझौता नहीं करेगी। बैठक में सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को अधिकृत किया गया है।
राहुल-खड़गे करेंगे अंतिम फैसला, 55 सीटों से कम मंजूर नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत CWC के सभी सदस्य मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने साफ कर दिया कि पार्टी को एक ‘सम्मानजनक’ संख्या में सीटें मिलनी ही चाहिए। लंबी चर्चा के बाद, यह तय किया गया कि पार्टी 55-60 सीटों की अपनी मांग पर मजबूती से कायम रहेगी। हालांकि, आरजेडी के साथ अंतिम बातचीत करने और फॉर्मूले पर मुहर लगाने के लिए राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को पूरी तरह से अधिकृत कर दिया गया है।
‘अस्तित्व की लड़ाई’, 2020 की गलती नहीं दोहराएगी कांग्रेस
कांग्रेस के इस कड़े रुख के पीछे 2020 के विधानसभा चुनाव का अनुभव है। उस चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी, जिसके कारण महागठबंधन बहुमत से चूक गया था। आरजेडी इसी खराब स्ट्राइक रेट का हवाला देकर इस बार कांग्रेस को 40-45 सीटों का ऑफर दे रही है। लेकिन, CWC का मानना है कि 50 से कम सीटों पर चुनाव लड़ना राज्य में पार्टी के ‘अस्तित्व’ के लिए खतरा होगा। पार्टी का तर्क है कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरता और पार्टी का जनाधार सिकुड़ता है।
RJD के पाले में गेंद, तेजस्वी पर दबाव
राहुल गांधी के पटना दौरे और अब CWC की बैठक में लिए गए इस फैसले के बाद, गेंद अब आरजेडी और तेजस्वी यादव के पाले में है। आरजेडी यह अच्छी तरह जानती है कि अगर कांग्रेस के साथ सम्मानजनक समझौता नहीं हुआ और गठबंधन टूट गया, तो इसका सीधा फायदा एनडीए को मिलेगा। तेजस्वी यादव पर अब दबाव है कि वे कांग्रेस को मनाने के लिए अपने रुख में थोड़ा लचीलापन दिखाएं।
Bihar Chunav: अगले 48 घंटों में हो सकता है अंतिम ऐलान
माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिनों में खड़गे और राहुल गांधी की तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव के साथ अंतिम दौर की बातचीत होगी। महागठबंधन की कोशिश है कि इस हफ्ते के अंत तक सीट बंटवारे का अंतिम फॉर्मूला घोषित कर दिया जाए, ताकि एनडीए के खिलाफ एक एकजुट संदेश दिया जा सके और चुनाव प्रचार की रणनीति पर काम शुरू किया जा सके।