Jharkhand News: धनबाद में पानी संकट, एक साल तक लोगों को झेलना पड़ेगा मुश्किल, नई जलमीनारों का होगा निर्माण
धनबाद में पानी की किल्लत एक साल तक रहेगी, अवैध कनेक्शन और लीकेज बनी वजह, 6 नई जलमीनारों का निर्माण शुरू

Jharkhand News: झारखंड के धनबाद शहर में पानी की किल्लत ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह समस्या कम से कम एक साल तक बनी रह सकती है। नई जलमीनारों के बनने तक शहरवासियों को इस संकट से जूझना पड़ेगा। तेजी से बढ़ते घरों की वजह से अवैध कनेक्शन बढ़ गए हैं, जो पानी की आपूर्ति को कमजोर कर रहे हैं। पाइपों में रिसाव की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। विभाग ने छह नई जलमीनारों का निर्माण शुरू करने का फैसला लिया है, जिससे भविष्य में राहत मिलेगी। लेकिन तब तक लोग टैंकर और बोरवेल पर निर्भर रहेंगे।
संकट के पीछे की वजहें
धनबाद शहर में पानी की कमी की मुख्य वजहें कई हैं। सबसे पहले, शहर में तेजी से हो रहे आवासीय निर्माण ने पानी की मांग को दोगुना कर दिया है। लोग बिना अनुमति के कनेक्शन ले रहे हैं। झारखंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (जुडको) ने भी हजारों अवैध कनेक्शन जोड़े हैं, जिससे मौजूदा सिस्टम पर दबाव पड़ रहा है। दूसरी समस्या पाइपलाइनों में रिसाव की है। कई जगहों पर लीकेज को ठीक करने में देरी हो रही है, जिससे जलमीनारों तक पानी कम पहुंच पा रहा है। अगर जल्द कदम न उठाए गए, तो संकट और गहरा सकता है।
Jharkhand News: नई जलमीनारों का निर्माण
पेयजल विभाग ने समस्या का समाधान निकालने के लिए छह नई जलमीनारों का प्लान बनाया है। इनका निर्माण शहर के विभिन्न हिस्सों में होगा, ताकि हर इलाके को फायदा मिले। मुख्य स्थान हैं – चिरागोड़ा, पांडरपाला, भारत चौक, मटकुरिया, कुसुम विहार, सरायढेला थाना के पास और धैया मंडल बस्ती दुर्गा मंदिर के आसपास। इनके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कार्य आवंटन के बाद ठेकेदारों को एक साल का समय दिया गया है। इन जलमीनारों से रोजाना लाखों लीटर पानी की आपूर्ति बढ़ेगी। विभाग का दावा है कि इससे शहरी क्षेत्र की 70% पानी की जरूरत पूरी हो जाएगी। लेकिन निर्माण के दौरान पुरानी व्यवस्था पर निर्भर रहना पड़ेगा।
विभाग का आश्वासन: मरम्मत और राहत के उपाय
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सहायक अभियंता समरेंद्र मल्लिक ने कहा, “छह नई जलमीनारों के बनने से धनबाद में पानी का संकट काफी हद तक दूर हो जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कार्य शुरू होने के एक साल के अंदर सब तैयार हो जाएगा। उन्होंने मोहल्लों में पाइप लीकेज की शिकायतों पर तुरंत मरम्मत का भरोसा दिया। विभाग टैंकरों की संख्या बढ़ा रहा है और अवैध कनेक्शन पर सख्ती बरतने की योजना बना रहा है। मल्लिक ने लोगों से अपील की कि पानी बचाएं और अवैध कनेक्शन न लें।