Bihar News: बिहार की थाली में अब रसायन मुक्त भोजन, 36 करोड़ की योजना शुरू
बिहार में रसायन मुक्त भोजन की पहल, 36 करोड़ की योजना, जैविक खेती और सस्ता शुद्ध खाना उपलब्ध।

Bihar News: बिहार सरकार ने प्रदेश की जनता के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। अब बिहार की थाली में रसायन मुक्त और शुद्ध भोजन परोसा जाएगा। इसके लिए सरकार ने 36 करोड़ रुपये की योजना शुरू की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ और सुरक्षित खाना उपलब्ध कराना है, ताकि बीमारियों से बचा जा सके। यह खबर उन लोगों के लिए खास है जो साधारण और आसान भाषा में जानकारी चाहते हैं।
रसायन मुक्त भोजन से क्या है फायदा?
रसायन मुक्त भोजन यानी ऐसा खाना जिसमें कीटनाशक या हानिकारक रसायनों का उपयोग नहीं होता। इस तरह का भोजन खाने से शरीर स्वस्थ रहता है और कई बीमारियाँ जैसे पेट की समस्या, कैंसर और त्वचा रोग होने का खतरा कम होता है। बिहार सरकार का कहना है कि इस योजना से किसानों को भी फायदा होगा। वे जैविक खेती करेंगे, जिससे उनकी आय बढ़ेगी और मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहेगी।
Bihar News: योजना का लाभ कैसे मिलेगा?
इस योजना के तहत बिहार के गाँव-गाँव में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार किसानों को जैविक खाद और बीज मुफ्त में देगी। साथ ही, उन्हें जैविक खेती की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा, रसायन मुक्त अनाज और सब्जियों को बाजार में आसानी से उपलब्ध कराने के लिए विशेष दुकानें खोली जाएँगी। इन दुकानों में आम लोग सस्ते दाम पर शुद्ध भोजन खरीद सकेंगे।
36 करोड़ रुपये का बजट
बिहार सरकार ने इस योजना के लिए 36 करोड़ रुपये का बजट रखा है। इस पैसे से जैविक खेती के लिए संसाधन, ट्रेनिंग सेंटर और बाजार व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि अगले दो साल में बिहार के हर जिले में रसायन मुक्त भोजन आसानी से उपलब्ध हो।
आम लोगों के लिए आसान भाषा में समझें
यह योजना खासकर गाँवों और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों के लिए है। अगर आप साधारण परिवार से हैं, तो यह आपके लिए अच्छी खबर है। अब आपको बाजार में मिलने वाला खाना शुद्ध और सुरक्षित होगा। इससे आपका परिवार स्वस्थ रहेगा और आपको महंगे इलाज का खर्चा नहीं उठाना पड़ेगा।
भविष्य की योजना
बिहार सरकार ने कहा कि यह योजना सिर्फ शुरुआत है। आने वाले समय में और भी कदम उठाए जाएँगे ताकि हर बिहारी को शुद्ध भोजन मिले। स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में भी रसायन मुक्त भोजन देने की योजना है। इससे बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होगा और वे पढ़ाई में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।