Jharkhand News: देवघर बस हादसा, मृतकों के परिजनों को 1 लाख, घायलों को 20 हजार रुपये मुआवजा
देवघर में कांवरियों की बस और ट्रक की टक्कर, सरकार ने मुआवजे और मुफ्त इलाज की घोषणा की

Jharkhand News Update: झारखंड के देवघर जिले में हुए एक भीषण बस हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा मोहनपुर इलाके में हुआ, जहां कांवरियों से भरी एक बस की ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। इस दुखद हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई, जबकि 23 लोग घायल हुए। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने इस घटना पर तुरंत संवेदना व्यक्त की और मुआवजे की घोषणा की। मृतकों के परिजनों को 1 लाख रुपये और घायलों को 20-20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
हादसे का विवरण, क्या हुआ था?
यह हादसा उस समय हुआ जब कांवरियों से भरी बस सावन मेला के दौरान बाबा बैद्यनाथ मंदिर की ओर जा रही थी। मोहनपुर के पास तेज रफ्तार बस का नियंत्रण बिगड़ गया और सामने से आ रहे एक ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। घायलों को तत्काल देवघर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
सरकार का त्वरित कदम, मुआवजा और मुफ्त इलाज
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर तुरंत देवघर सदर अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल-चाल जाना। उन्होंने घोषणा की कि आपदा प्रबंधन के तहत मृतकों के परिजनों को 1 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, घायलों का इलाज पूरी तरह मुफ्त होगा। मंत्री ने कहा, “हम इस दुखद घटना से बहुत दुखी हैं। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और हर संभव मदद करेगी।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे के बाद स्थानीय लोग और कांवरियों में गुस्सा और दुख का माहौल है। कई लोगों ने सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों पर सख्ती की मांग की है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। प्रशासन ने सावन मेले के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आगे की राह, सुरक्षा और जागरूकता
यह हादसा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की जरूरत को दर्शाता है। सावन मेले जैसे बड़े आयोजनों में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं, ऐसे में प्रशासन को यातायात प्रबंधन और सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान देना होगा। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि वे सड़क पर सावधानी बरतें और नियमों का पालन करें।