
NDA First Candidate List: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एनडीए में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया तेज हो गई है। सीट बंटवारे पर सहयोगियों के साथ सैद्धांतिक सहमति बनने के बाद, अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने कोटे की सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय करने में जुट गई है। इसी सिलसिले में आज (गुरुवार, 9 अक्टूबर) दिल्ली में बिहार बीजेपी के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है। खबर है कि पार्टी ने हर सीट के लिए तीन-तीन संभावित उम्मीदवारों का एक पैनल तैयार कर लिया है, जिस पर अंतिम मुहर केंद्रीय नेतृत्व लगाएगा।
11 और 12 अक्टूबर को दिल्ली में महामंथन
सूत्रों के अनुसार, उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए बैठकों का दौर चलेगा।
- 11 अक्टूबर: बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की दिल्ली में एक अहम बैठक होगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, दोनों उपमुख्यमंत्री, संगठन महामंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बैठक में हर सीट पर तैयार किए गए तीन-तीन नामों के पैनल पर चर्चा होगी और उसे प्राथमिकता के आधार पर क्रमबद्ध किया जाएगा।
- 12 अक्टूबर: बीजेपी की सर्वोच्च संस्था, यानी केंद्रीय चुनाव समिति (Central Election Committee – CEC) की बैठक होगी। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह समेत समिति के सभी सदस्य शामिल होंगे। बिहार कोर ग्रुप द्वारा भेजे गए पैनल पर CEC अंतिम विचार-विमर्श करेगी और उम्मीदवारों के नामों पर अपनी अंतिम मुहर लगाएगी।
13 अक्टूबर को आएगी पहली सूची
बीजेपी की CEC की बैठक के बाद, 13 अक्टूबर को एनडीए गठबंधन की पहली संयुक्त सूची जारी होने की प्रबल संभावना है। इस NDA first candidate list में गठबंधन के सभी पांचों दलों – बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (रामविलास), हम और आरएलएम – के कुछ उम्मीदवारों के नाम शामिल होंगे। पहली सूची में मुख्य रूप से पहले चरण में होने वाले मतदान वाली सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान किया जाएगा।
क्या है उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया?
बीजेपी में उम्मीदवार चयन की एक तय और बहुस्तरीय प्रक्रिया है।
- जिला स्तर पर फीडबैक: सबसे पहले जिला इकाइयां अपने-अपने क्षेत्र से संभावित उम्मीदवारों के नाम प्रदेश इकाई को भेजती हैं।
- प्रदेश चुनाव समिति की बैठक: प्रदेश चुनाव समिति इन नामों पर विचार करती है, सर्वे रिपोर्ट और जिताऊ क्षमता का आकलन करती है, और हर सीट के लिए 2 से 3 नामों का एक पैनल तैयार करती है।
- कोर ग्रुप की चर्चा: यह पैनल केंद्रीय नेतृत्व के साथ होने वाली कोर ग्रुप की बैठक में रखा जाता है, जहां नामों की छंटनी की जाती है।
- CEC की अंतिम मुहर: अंत में, यह सूची केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) के समक्ष रखी जाती है, जहां प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष की मौजूदगी में हर नाम पर गहन चर्चा के बाद एक उम्मीदवार का चयन किया जाता है।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य सबसे योग्य और जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारना होता है। अब जबकि सीट बंटवारे का मसला लगभग सुलझ चुका है, एनडीए का पूरा फोकस सही उम्मीदवारों के चयन पर है ताकि चुनावी मैदान में महागठबंधन को कड़ी टक्कर दी जा सके।