Bihar Chunav 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे पर तनाव, कांग्रेस की मांग ने बढ़ाई मुश्किलें
तेजस्वी CM चेहरा, लेकिन सीटों पर अटकी बात, महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल, जनता से आधिकारिक घोषणा का इंतजार करने की अपील।

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान बढ़ती जा रही है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के बीच सीटों की संख्या और नेतृत्व को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। कांग्रेस ने कम से कम 70 सीटों की मांग की है, जबकि राजद इसे कम करने का दबाव बना रहा है। इसके अलावा, वाम दल और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) जैसे छोटे सहयोगी दल भी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, जिससे गठबंधन में उलझन बढ़ गई है।
कांग्रेस की मांग और राजद की रणनीति
कांग्रेस ने साफ कहा है कि वह 70 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह का कहना है कि गठबंधन में सभी दलों को सम्मानजनक हिस्सा मिलना चाहिए। दूसरी ओर, राजद नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाने पर सहमति बनी है, लेकिन सीटों की संख्या पर बात अटकी हुई है। राजद चाहता है कि छोटे दल अपनी मांगें कम करें ताकि बड़े दलों को ज्यादा सीटें मिल सकें। वाम दलों ने 42 सीटें और वीआईपी ने 60 सीटों की मांग की है, जिसे राजद ज्यादा मान रहा है।
छोटे दलों की बढ़ती मांग
वाम दलों, जैसे भाकपा (माले) और भाकपा, ने भी अपनी मांगें बढ़ा दी हैं। वे चाहते हैं कि उनकी मजबूत सीटों पर कोई समझौता न हो। वहीं, वीआईपी के नेता मुकेश सहनी ने 60 सीटों की मांग कर गठबंधन को मुश्किल में डाल दिया है। सूत्रों के मुताबिक, अगस्त से पहले सीट बंटवारे पर सहमति बनना मुश्किल लग रहा है। अगर समय पर फैसला नहीं हुआ, तो गठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठ सकते हैं।
Bihar Chunav 2025: जनता के लिए क्या है संदेश?
महागठबंधन के नेता दावा कर रहे हैं कि वे बिहार की जनता के लिए एकजुट हैं और चुनाव में एनडीए को हराएंगे। लेकिन सीट बंटवारे की यह खींचतान गठबंधन की रणनीति को कमजोर कर सकती है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे केवल आधिकारिक बयानों पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें। बिहार की जनता को सलाह है कि वे गठबंधन की आधिकारिक घोषणाओं का इंतजार करें।