अब नहीं करेंगे पाकिस्तानी खिलाडी ऐसे इशारे: हारिस रऊफ पर जुर्माना, साहिबजादा फरहान को चेतावनी

डेस्क: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की शिकायत पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने शुक्रवार को सुनवाई की। यह मामला पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ और बल्लेबाज साहिबजादा फरहान से जुड़ा था। सुनवाई में आईसीसी ने हारिस रऊफ को भारत के खिलाफ अभद्र भाषा और आक्रामक इशारे करने का दोषी पाया और उनकी मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया। वहीं, फरहान को उनके विवादित ‘गनफायर सेलिब्रेशन’ को लेकर सख्त चेतावनी दी गई।
क्या है पूरा विवाद?
21 सितंबर को भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान मैदान पर गर्मा-गर्मी देखने को मिली। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल ने तेज शुरुआत दिलाई। इस बीच भारतीय फैंस स्टैंड से लगातार नारेबाजी कर रहे थे। बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे हारिस रऊफ ने इस पर आपत्तिजनक इशारे किए, जिससे माहौल और गरमा गया।
पावरप्ले में शाहीन अफरीदी और गिल के बीच भी बहस हुई थी। गिल ने शाहीन की गेंदों पर चौके जड़ने के बाद उन्हें जाने का इशारा किया। अगले ओवर में रऊफ की गेंद पर गिल ने चौका लगाया तो अभिषेक और रऊफ के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। अंपायर गाजी सोहेल को बीच-बचाव करना पड़ा।
वहीं, पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने अर्धशतक के बाद बल्ले को बंदूक की तरह पकड़कर फायरिंग जैसा इशारा किया। उनके इस ‘गनफायर सेलिब्रेशन’ की कड़ी आलोचना हुई और बीसीसीआई ने आईसीसी से इसकी शिकायत की।
आईसीसी ने मामले की समीक्षा के बाद रऊफ को दोषी मानते हुए मैच फीस का 30% काटने का आदेश दिया। फरहान ने सफाई में कहा कि उनका जश्न उनकी पख्तून जनजाति की पारंपरिक शैली है। हालांकि, आईसीसी ने उन्हें केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया।
मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने टीम होटल में सुनवाई की और दोनों खिलाड़ियों को स्पष्ट कर दिया कि भविष्य में ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।



