Jharkhand News: ऑपरेशन कगार' के खिलाफ 15 अक्टूबर को 5 राज्यों में माओवादियों का बंद, झारखंड-बिहार में हाई अलर्ट
झारखंड, बिहार समेत 5 राज्यों में 15 अक्टूबर को माओवादियों का बंद, ऑपरेशन कगार का विरोध।

Jharkhand News: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाए जा रहे कथित सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन कगार’ के विरोध में 15 अक्टूबर 2025 को पांच राज्यों में बंद का ऐलान किया है। इस बंद का असर झारखंड, बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और ओडिशा पर पड़ेगा। माओवादियों ने इस ऑपरेशन को ‘जन-विरोधी’ बताते हुए जनता से बंद का समर्थन करने की अपील की है, जिसके बाद इन सभी राज्यों में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ऑपरेशन कगार के विरोध में बुलाया गया बंद
माओवादियों के पूर्वी रीजनल ब्यूरो ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर ‘ऑपरेशन कगार’ के नाम पर उनके खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान चला रही हैं। इसी अभियान के विरोध में 15 अक्टूबर को एक दिवसीय बंद का आह्वान किया गया है। नक्सलियों ने धमकी दी है कि बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर, रेल और सड़क परिवहन को बाधित किया जाएगा।
Jharkhand News: झारखंड-बिहार समेत इन 5 राज्यों पर पड़ेगा असर
इस बंद का सबसे ज्यादा असर झारखंड और बिहार के नक्सल प्रभावित इलाकों में पड़ने की आशंका है। इसके अलावा, उत्तरी छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिले (जैसे पुरुलिया, बांकुड़ा) और ओडिशा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बंद का असर देखने को मिल सकता है।
क्या हैं नक्सलियों के आरोप?
माओवादियों ने अपनी विज्ञप्ति में आरोप लगाया है कि ‘ऑपरेशन कगार’ एक दमनकारी अभियान है, जिसका असली मकसद जल, जंगल और जमीन जैसे प्राकृतिक संसाधनों को कॉर्पोरेट घरानों को सौंपना है। उन्होंने दावा किया है कि इस अभियान के तहत हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है और ड्रोन व हेलीकॉप्टरों से उन पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने भविष्य में हवाई हमले किए जाने की भी आशंका जताई है। नक्सलियों ने इसे ‘जनता पर युद्ध’ करार दिया है।
पुलिस और सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर
माओवादियों की इस धमकी के बाद, झारखंड और बिहार समेत सभी पांच राज्यों की पुलिस और सीआरपीएफ (CRPF) को हाई अलर्ट पर रखा गया है। रेलवे स्टेशनों, पटरियों और सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस मुख्यालयों द्वारा सभी नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी को विशेष सतर्कता बरतने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गश्त तेज करने का निर्देश दिया गया है।