Prayagraj news :सपा मुखिया अखिलेश यादव के करीबी पूर्व MLC वासुदेव यादव गिरफ्तार

आय से अधिक संपत्ति मामले में बनारस ले गई विजिलेंस टीम
प्रयागराज: समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी व उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व सचिव वासुदेव यादव को पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में वाराणसी की विजिलेंस टीम ने की है. वासुदेव यादव आय से अधिक संपत्ति के मामले में कई बार नोटिस के बावजूद वाराणसी कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे. उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट (NBW) जारी हुआ था. वाराणसी की विजिलेंस टीम ने जार्जटाउन स्थित उनके आवास से मंगलवार दोपहर उनकी गिरफ्तारी की है. वासुदेव यादव समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं.
प्रयागराज की विजिलेंस टीम ने 2021 में दर्ज किया था केस: 8 अप्रैल 2021 को वासुदेव यादव के खिलाफ सतर्कता विभाग ने प्रयागराज में केस दर्ज किया था. मामला वाराणसी की कोर्ट में विचाराधीन है. लगातार वासुदेव यादव को कोर्ट नोटिस जारी कर हाजिर होने का आदेश दे रहा था, लेकिन वासुदेव हाजिर नहीं हो रहे थे. कोर्ट में लगातार गैर हाजिर रहने के कारण वाराणसी की विजिलेंस टीम ने मंगलवार को उनके प्रयागराज स्थित आवास से गिरफ्तार किया है. विजिलेंस टीम उनको अपने साथ वाराणसी ले गई है. अब पुलिस वासुदेव यादव को शुक्रवार को कोर्ट में पेश करेगी.
तीन साल तक चली थी जांच: आय से अधिक संपत्ति मामले में वासुदेव यादव के खिलाफ विजिलेंस की जांच के आदेश दिए गए थे. 3 साल तक चली जांच के बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की पुख्ता सबूत मिले. इसके बाद प्रयागराज में उनके खिलाफ ऐसे अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया. अब उनकी सभी संपत्तियों की जांच की जा रही है.
सपा सरकार में माध्यमिक शिक्षा के डायरेक्टर और सचिव रहे: पूर्व एमएलसी वासुदेव यादव समाजवादी पार्टी की सरकार में माध्यमिक शिक्षा परिषद के पहले सचिव बनाए गए, बाद में इन्हें माध्यमिक शिक्षा का डायरेक्टर बना दिया गया. अपनी सेवा के दौरान वासुदेव यादव पर कई गंभीर आरोप लगे. वासुदेव काफी चर्चा में भी रहे. 2012 में ही समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक बना दिए गए थे.
इलाहाबाद हाइकोर्ट में भी दायर है याचिका: वासुदेव यादव के खिलाफ 2014 में इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी. इस याचिका में पत्नी और बच्चों के नाम आय से अधिक अकूत संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे. उनकी कई शिक्षण संस्थाएं हैं. उनपर शिक्षा निदेशक पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. विजिलेंस जांच में सामने आया है कि वासुदेव यादव की सेवा काल के दौरान कुल आय 89.42 लाख रुपए ही हुई है, जबकि उनके पास 1.86 करोड़ रुपए की संपति है.
आय से अधिक 97.34 लाख रुपए कहां से आए: उनकी आय से 97.34 लाख रुपए अधिक कहां से आए, इसका कोई ठोस सबूत वासुदेव यादव नहीं दे पाए हैं. वासुदेव पर उनकी कुल संपत्ति का 109 प्रतिशत अधिक संपत्ति जताने का आरोप है. विजिलेंस की टीम ने जांच करने के बाद 6 अप्रैल 2021 को प्रयागराज के विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. 2 साल से इस केस की जांच चल रही थी. वासुदेव यादव के खिलाफ पत्नी और बच्चों के नाम दो करोड़ से अधिक संपत्ति जुटाने का आरोप है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत खारिज कर दी: वासुदेव यादव ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुरुवार को एंटीसिपेटरी बेल दाखिल की थी. हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करने के बाद पूर्व एमएलसी की बेल की अर्जी भी खारिज कर दी है. कोर्ट ने वासुदेव यादव को इस मामले में किसी भी तरह की राहत देने से साफ इनकार कर दिया है.

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