कर्मभूमि एक्सप्रेस में भयानक हादसा: तीन यात्री ट्रेन से गिरे, दो की मौत, एक घायल

नासिक: मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से बिहार के मुजफ्फरपुर जा रही कर्मभूमि एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12597) में शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। नासिक रोड रेलवे स्टेशन से महज कुछ किलोमीटर दूर भुसावल जाने वाली पटरी के किलोमीटर 190/1 से 190/3 के बीच तीन यात्री ट्रेन से गिर पड़े, जिनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरा यात्री गंभीर रूप से घायल है और नासिक के जिला सरकारी अस्पताल में इलाजरत है। प्रारंभिक जांच में भीड़भाड़ के कारण हादसे की आशंका जताई जा रही है। यह घटना दिवाली के ठीक एक दिन पहले हुई, जब उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ रहती है। रेलवे और पुलिस की संयुक्त जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या ये यात्री त्योहार मनाने जा रहे थे या आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदान के लिए सफर कर रहे थे।
घटना शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे हुई, जब ट्रेन नासिक रोड स्टेशन से गुजर रही थी। सूत्रों के अनुसार, तीनों यात्री जनरल कोच में सफर कर रहे थे, जहां दिवाली की छुट्टियों के कारण खचाखच भीड़ थी। अचानक ट्रेन की रफ्तार बढ़ने या धक्का-मुक्की के कारण वे पटरी पर गिर पड़े। दो मृतकों की उम्र 30 से 35 वर्ष बताई जा रही है, जबकि घायल यात्री की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ओढ़ा रेलवे स्टेशन के मैनेजर आकाश ने हादसे की सूचना मिलते ही नासिक रोड पुलिस को दी। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र सपकाले, उपनिरीक्षक माली और कांस्टेबल भोले की टीम घटनास्थल पर पहुंची और शवों को कब्जे में ले लिया। पंचनामा भरने के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। यात्रियों का सामान बरामद हो चुका है, जिससे पहचान की प्रक्रिया तेज की जा रही है। फिलहाल तीनों की पहचान नहीं हो सकी है।
दिवाली के मौसम में मुंबई से बिहार जाने वाली ट्रेनों में लाखों प्रवासी मजदूर और परिवार यात्रा करते हैं। कर्मभूमि एक्सप्रेस मुख्य रूप से बिहार के लिए चलाई जाती है, जो मुजफ्फरपुर तक 30 घंटे में पहुंचाती है। अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों के सामान और टिकटों से पता चलेगा कि वे त्योहार मनाने जा रहे थे या बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण (25 अक्टूबर) के मतदान के लिए। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि जनरल कोच में ओवरलोडिंग आम समस्या है, और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त कोच जोड़ने की योजना है। नासिक रोड पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है, और GRP (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) के साथ संयुक्त जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट में ट्रेन की रफ्तार सामान्य बताई जा रही है, लेकिन भीड़ के कारण यात्रियों का संतुलन बिगड़ा।
यह हादसा रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, खासकर त्योहारी सीजन में। भारतीय रेलवे ने सभी जोनल मास्टर्स को निर्देश दिए हैं कि जनरल कोचों में भीड़ नियंत्रण के लिए CCTV और GRP तैनाती बढ़ाएं। स्वास्थ्य विभाग ने घायल यात्री की हालत स्थिर बताई, लेकिन परिवारों को सूचित करने की प्रक्रिया चल रही है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया और जांच के आदेश दिए। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्मार्ट कोच और डिजिटल टिकटिंग को बढ़ावा देना जरूरी है।
ये भी पढ़ें: एकनाथ शिंदे ने उद्धव-राज गठबंधन पर कसा तंज, बोले किसानों की दिवाली अंधेरे में नहीं जाएगी



