रांची : 10 जनवरी 2025 को, यूजीसी की सुलभता मूल्यांकन (Accessible Audit) टीम ने रांची विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और भवनों का निरीक्षण किया। इस तीन सदस्यीय टीम में आंध्रप्रदेश डिग्री एंड पीजी कॉलेज के जी. रामाकृष्णा रेड्डी, डॉ. हिमांशू दास, राष्ट्रीय संस्थान, विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण (National Institute for Empowerment of Persons with Multiple Disabilities), और यूजीसी के डिप्टी सेक्रेटरी डॉ. अमोल अंधारे शामिल थे। टीम का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों और इमारतों में विकलांग व्यक्तियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन करना था।
टीम ने रांची विश्वविद्यालय के बेसिक साईंस परिसर, पीजी आर्ट्स ब्लॉक सी और डी, मानविकी भवन, बहुद्देशीय परीक्षा भवन, केंद्रीय पुस्तकालय और प्रशासनिक भवन का दौरा किया। इसके अलावा, टीम ने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय, ऑडिटोरियम, कक्षाओं, स्वास्थ्य केंद्र आदि को देखा और विकलांग छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों से बातचीत की।
टीम ने माननीय कुलपति प्रो. डॉ. अजीत की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की, जिसमें तकनीकी सचिव और नोडल अधिकारी डॉ. बी.के. सिन्हा, कुलसचिव डॉ. विनोद नारायण, वित्त अधिकारी अजय कुमार, सीसीडीसी डॉ. पीके झा, वित्त पदाधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार, प्रोक्टर डॉ. एम.सी. मेहता, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विकास कुमार, और डिप्टी डायरेक्टर वोकेशनल डॉ. स्मृति सिंह भी शामिल थे। बैठक में यूजीसी टीम ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की और कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इसके बाद, यूजीसी टीम ने रांची विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी सेमिनार हॉल में विकलांगता वाले छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों से भी बातचीत की। इस दौरान, रांची विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी डॉ. बी.के. सिन्हा भी उपस्थित थे। बातचीत के दौरान रांची विश्वविद्यालय ने बताया कि बाकी सभी सुविधाओं का कार्य प्रगति पर है और इन्हें शीघ्र सभी स्थानों पर स्थापित किया जाएगा।
यूजीसी टीम रांची विश्वविद्यालय द्वारा शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाओं से संतुष्ट थी और उसने विकलांग छात्रों और कर्मचारियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इसके बाद, टीम ने माननीय कुलपति के नेतृत्व में रांची विश्वविद्यालय मुख्यालय का दौरा भी किया।