कोलकाता में भूकंप के झटके, दक्षिण बंगाल के जिलों में महसूस हुए हल्के कंपन, कोई नुकसान नहीं
हावड़ा, हुगली समेत दक्षिण 24 परगना में भी महसूस हुए झटके; लोग घबराकर घरों और दफ्तरों से बाहर निकले।

Earthquake: पश्चिम बंगाल में आज सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 बताई जा रही है। झटके इतने तेज थे कि कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के कई जिलों के लोग घबरा उठे। लेकिन अच्छी बात यह है कि अभी तक कोई जान-माल का नुकसान होने की खबर नहीं आई है। यह भूकंप बांग्लादेश में केंद्रित था, लेकिन इसकी वजह से पश्चिम बंगाल के लोग सतर्क हो गए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह प्लेटों के टकराव से हुआ है।
भूकंप की पूरी जानकारी: तीव्रता, समय और केंद्र
यह भूकंप शुक्रवार सुबह 10 बजकर 08 मिनट पर आया। यूरोपियन-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक इसकी तीव्रता 5.5 थी। इसका केंद्र बांग्लादेश में था और गहराई करीब 10 किलोमीटर। इतनी कम गहराई होने से सतह पर इसका असर ज्यादा महसूस होता है। कोलकाता में लोग घरों और दफ्तरों में थे, जब अचानक जमीन हिलने लगी। दक्षिण बंगाल के जिलों जैसे हावड़ा, हुगली, दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर में भी कंपन महसूस किया गया। कई लोग बाहर भागे और एक-दूसरे से पूछने लगे कि क्या हुआ।
प्रभावित इलाके: कोलकाता से दक्षिण बंगाल तक, लोग घबरा गए
कोलकाता शहर में स्कूल, कॉलेज और बाजारों में पढ़ाई-व्यापार रुक गया। लोग सड़कों पर इकट्ठा हो गए। दक्षिण बंगाल के ग्रामीण इलाकों में भी किसान और मजदूर काम छोड़कर भागे। लेकिन चूंकि तीव्रता मध्यम थी, इसलिए कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। सोशल मीडिया पर लोग अपनी कहानियां शेयर कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “अचानक सब कुछ हिलने लगा, हम बाहर निकल आए।” वैज्ञानिकों ने कहा कि यह टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकराने से हुआ है।
कोई नुकसान नहीं, लेकिन सावधानी बरतें: विशेषज्ञों की सलाह
अभी तक कोई मौत या चोट की खबर नहीं है। नुकसान का आकलन जारी है। आपदा प्रबंधन टीम अलर्ट पर हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि भूकंप आने पर शांत रहें। ऊंची इमारतों से नीचे उतरकर खुली जगह पर जाएं। घर के अंदर टेबल के नीचे छिपें या दीवार के पास खड़े हों। खिड़कियों और भारी सामान से दूर रहें। अगर गाड़ी चला रहे हैं तो सुरक्षित जगह पर रोक दें। पश्चिम बंगाल सरकार ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अगले कुछ घंटों में आफ्टरशॉक की संभावना कम है, लेकिन सतर्क रहें। यह घटना हमें याद दिलाती है कि भूकंप किसी भी समय आ सकता है, इसलिए हमेशा तैयार रहें।



