Jharkhand Assembly: झारखंड में छात्रों का गुस्सा सड़कों पर उतर आया है। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISSA) ने कक्षा 10 और 12 की परीक्षा फीस में भारी बढ़ोतरी और स्कॉलरशिप में देरी के खिलाफ रांची में बड़ा प्रदर्शन किया। हजारों छात्र विधानसभा तक मार्च लेकर पहुंचे, जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा रखी थी। छात्रों ने नारे लगाते हुए फीस वापस लेने और स्कॉलरशिप जल्द जारी करने की मांग की। छोटे शहरों और गांवों के छात्र जो महंगी फीस से परेशान हैं, वे इस आंदोलन से जुड़ रहे हैं। AISSA का कहना है कि फीस बढ़ोतरी से गरीब परिवार के बच्चे पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन पुलिस और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की हुई। यह मुद्दा झारखंड में शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठा रहा है।
परीक्षा फीस में कितनी बढ़ोतरी और छात्रों पर क्या असर
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने कक्षा 10 और 12 की परीक्षा फीस में भारी इजाफा किया है। पहले जहां सामान्य वर्ग के छात्रों की फीस 500-600 रुपये थी, अब वह 1500 रुपये से ज्यादा हो गई है। आरक्षित वर्ग के लिए भी फीस बढ़ाई गई है। AISSA का आरोप है कि बिना किसी नोटिस के यह बढ़ोतरी की गई। कई छात्रों के परिवार इतनी फीस नहीं भर पाएंगे। स्कॉलरशिप में भी महीनों की देरी हो रही है, जिससे छात्रों को किताबें और कोचिंग तक नहीं मिल पा रही। गांवों के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, क्योंकि उनके लिए शहर आकर पढ़ना पहले से महंगा है।
AISSA की मांगें और सरकार पर दबाव
AISSA ने फीस बढ़ोतरी तुरंत वापस लेने, स्कॉलरशिप में देरी खत्म करने और पेन नंबर को अनिवार्य बनाने के फैसले पर रोक लगाने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि पेन नंबर बनवाना गरीब परिवारों के लिए मुश्किल है। प्रदर्शन में छात्रों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की मांग की। AISSA नेता ने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज होगा। विपक्षी दल भी छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं। शिक्षा मंत्री से जवाब मांगा जा रहा है कि आखिर फीस क्यों बढ़ाई गई। यह आंदोलन झारखंड में छात्रों की आवाज बन गया है। सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि जल्द कोई फैसला लिया जाए ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।



