Bihar Election 2025: अक्टूबर के पहले हफ्ते में बज सकता है बिगुल, 3 चरणों में मतदान संभव
अक्टूबर के पहले सप्ताह में हो सकता है तारीखों का ऐलान, EC की टीम तैयारियों का ले रही जायजा।

Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 का इंतजार अब चंद दिनों का रह गया है। सूत्रों के मुताबिक, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) अक्टूबर के पहले सप्ताह में, संभवत, 1 से 3 अक्टूबर के बीच, चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। इसी सिलसिले में, मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में चुनाव आयोग की एक पूरी टीम आज, मंगलवार 30 सितंबर को, तैयारियों का अंतिम जायजा लेने के लिए पटना पहुंच रही है। इस घोषणा के साथ ही पूरे राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी, जिसके बाद सरकार कोई भी नई घोषणा नहीं कर पाएगी।
आज पटना पहुंचेगी चुनाव आयोग की टीम
चुनाव आयोग की यह पूर्ण पीठ (Full Bench) दो दिनों तक पटना में रहेगी। इस दौरान, टीम राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों (DM) और पुलिस अधीक्षकों (SP) के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक करेगी। इस बैठक में चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था, संवेदनशील बूथों की पहचान, और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने की तैयारियों की अंतिम समीक्षा की जाएगी। आयोग की टीम बिहार के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) के साथ भी बैठक करेगी।
फाइनल वोटर लिस्ट जारी, 65 लाख नाम कटे
चुनाव आयोग ने बिहार की अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) भी जारी कर दी है, जिसने राज्य में एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। सूची के पुनरीक्षण के बाद, 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। आयोग का कहना है कि यह दोहरी प्रविष्टि, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने की एक मानक प्रक्रिया है, जबकि विपक्ष ने इसे अपने वोट बैंक को निशाना बनाने की ‘साजिश’ करार दिया है।
3 चरणों में हो सकते हैं चुनाव
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग बिहार में 3 चरणों में मतदान कराने पर विचार कर रहा है, जैसा कि 2020 में हुआ था। हालांकि, चरणों की अंतिम संख्या सुरक्षा बलों की उपलब्धता और त्योहारों के कैलेंडर को ध्यान में रखकर तय की जाएगी। पूरी संभावना है कि मतदान नवंबर के महीने में कराया जाएगा और वोटों की गिनती दिसंबर के पहले या दूसरे सप्ताह में होगी।
राजनीतिक दलों ने कसी कमर
चुनाव आयोग की टीम के इस दौरे और तारीखों के ऐलान की प्रबल संभावना को देखते हुए, बिहार के सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। एनडीए और महागठबंधन, दोनों ही गठबंधन अपने-अपने सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। अब बस चुनावी बिगुल बजने का इंतजार है, जिसके बाद बिहार पूरी तरह से चुनावी रंग में रंग जाएगा।