
नई दिल्ली: देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को हुए मतदान की प्रक्रिया शाम पांच बजे पूरी हो गई थी। जिसके बाद मतगणना शुरू हुई और देर रात तक नतीजे भी घोषित कर दिए गए। मुकाबला एनडीए उम्मीदवार एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन और संयुक्त विपक्ष समर्थित उम्मीदवार, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच था। रात का अँधेरा होते ही CP राधाकृष्णन को देश का नया उपराष्ट्रपति घोषित कर दिया गया।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने मतदान खत्म होने के बाद कहा था कि विपक्षी गठबंधन INDIA पूरी तरह एकजुट रहा। उनके सभी 315 सांसदों ने मतदान किया, जो कि अभूतपूर्व 100 प्रतिशत उपस्थिति है। उन्होंने इसे विपक्ष की मजबूती और साझा रणनीति का संकेत बताया। मतदान के बाद विपक्ष उत्साह से लबरेज दिख रहा था जैसे जीत उनके उम्मीदवार को होने वाली है। लेकिन परिणाम आते ही ये उत्साह धरा का धरा रह गया।
एनडीए की ओर से सभी 427 सांसद मतदान में शामिल हुए। संसद के दोनों सदनों को मिलाकर कुल 781 सांसदों को वोट डालना था। इनमें से 768 सांसदों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 12 सांसद मतदान में शामिल नहीं हुए, जिनमें बीआरएस के चार, बीजेडी के सात और अकाली दल के एक सांसद शामिल हैं।
मतदान सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद भवन में हुआ। इस दौरान संसद के नए भवन में बड़ी संख्या में सांसद कतारों में खड़े दिखाई दिए। मतदान गुप्त बैलेट पेपर से हुआ और सांसदों ने अपनी पसंद के अनुसार उम्मीदवारों के नाम के आगे प्राथमिकता अंकित किए।
भाजपा और उसके सहयोगी दलों के संख्याबल के कारण एनडीए उम्मीदवार की जीत लगभग पहले से तय थी पर विपक्ष का कहना था की हम एक मजबूत सन्देश देंगे। हालाँकि इसमें कोई दोराय भी नहीं है चुनाव में विपक्ष का प्रदर्शन इस बात को यथार्थ साबित करता है। NDA उम्मीदवार और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 वोट मिले। जबकि विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को प्रथम वरीयता के 300 वोट मिले।
ये भी पढ़ें: Vande Bharat Sleeper Express: पटना-दिल्ली सफर में नई स्पीड, वंदे भारत स्लीपर एक्सप्रेस ला रही क्रांति