गढ़वा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत एक घंटे के विशेष साप्ताहिक कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” में आज अलग-अलग क्षेत्रों से आयीं 60 से अधिक ग्रहणी माताओं-बहनों ने एसडीओ संजय कुमार के समक्ष अपनी शिकायतों व समस्याओं को रखा, साथ ही कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये। संजय कुमार ने कहा कि “कॉफी विद एसडीएम” कार्यक्रम की यह सातवीं कड़ी अब तक की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी इसलिए है क्योंकि इसमें आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करते हुये ग्रहणियों ने न केवल अपनी निजी समस्यायें, महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को रखा बल्कि क्षेत्र की बेहतरी को लेकर कई सुझाव दिये।
निजी समस्यायें जो उठाई गयीं
बैठक में उठायी गयी समस्याओं में सबसे ज्यादा समस्यायें राशन कार्ड से जुड़ी प्राप्त हुयीं। शोभा केसरी, सुनीता देवी, मीरा देवी, गुड़िया देवी आदि ने बताया कि उनके परिजनों का नाम राशनकार्ड में नहीं जुड़ पा रहा है। कुछ महिलाओं ने राशनकार्ड में सुधार को लेकर हो रही परेशानी को भी रखा। दूसरे नंबर पर मईंया सम्मान योजना से जुड़ी शिकायतें मिलीं। अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने सभी से कहा कि उनकी चिंताओं और शिकायतों को सम्बंधित पदाधिकारियों तक भेजकर निस्तारित करने का यथासंभव प्रयास किया जायेगा।
बैठक में प्राप्त हुये महत्वपूर्ण सुझाव
बैठक में कुछ महिलाओं की ओर से बच्चों की फीस की समस्या, आयुष्मान, पेयजल, रोड-नाली, प्रकाश आदि से जुड़े कई अन्याय निजी मामले रखे गये, वहीं कुछ लोगों ने पूरे क्षेत्र की बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये। इनमें ज्यादातर सुझाव साफ-सफाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था से जुड़े हैं।
रामबांध तालाब को सजाने संवारने का सुझाव
लता गुप्ता ने कहा कि रामबांध तालाब का सौंदर्यकरण जिस मकसद से किया गया था उसका लक्ष्य सही मायने में हासिल नहीं हो पाया, अभी तत्काल में उसकी जलकुंभी हटाने के लिए प्रयास किया जाए। उसी क्रम में कंचन जायसवाल ने सुझाव दिया कि रामबांध ही नहीं बल्कि अन्य तालाबों का सुंदरीकरण करते हुए वहां चौपाटी की तर्ज पर फूड जोन बनाये जाएं ताकि लोगों के घूमने फिरने के लिए स्थल तैयार हों, साथ ही खाने-पीने के छोटे ठेला दुकानदारों को वहां रोजगार मिले।
जहां-जहां गंदगी के स्पॉट हैं, वहां सीसीटीवी लगे
सहेजना निवासी प्रज्ञा रश्मि पाठक ने सुझाव दिया कि नगर परिषद के तमाम प्रयासों के बावजूद भी शहर में कई स्थल ऐसे हैं जो गंदगी के स्पॉट बन गए हैं। इसके निदान के रूप में उन्होंने सुझाव दिया कि उन स्पॉट पर सीसीटीवी लगा दिए जाएं और वहां लिख दिया जाए कि जो कचरा फेंकता हुआ सीसीटीवी में पकड़ा जाएगा उस पर जुर्माना होगा। ऐसा प्रयास करने से गंदगी से कुछ मुक्ति पाई जा सकती है।
मांस मछली बेचने वालों के लिए अलग व्यवस्था हो
रीमा स्वरूप तथा सुनीता केसरी में सुझाव दिया कि भरे बाजार में सरे आम खुले में मांस मछली बेचने पर रोक लगाते हुए उन्हें कहीं एक स्थल चिन्हित कर दिया जाए। उन्होंने दानरो नदी किनारे फैली गंदगी से भी निजात दिलाने के लिए कई सुझाव दिये।
अटल क्लीनिक में डॉक्टर की मौजूदगी रहे
शहर के वार्ड 6 से पहुंची कुछ महिलाओं ने बताया कि निमिया स्थान के पास बने अटल क्लीनिक में कभी कोई डॉक्टर नहीं आता है, इस पर कई अन्य महिलाओं ने भी अपने-अपने क्षेत्र की इसी समस्या को दोहराया। सभी ने सुझाव दिया कि यदि सप्ताह में एक दिन भी कोई चिकित्सक अटल क्लीनिक में आता है तो स्थानीय लोगों को उनके द्वार पर ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो जाने से बड़ी राहत मिलेगी।
सोनपुरवा में पेयजल आपूर्ति को लेकर सुझाव
शहर के वार्ड 4 सोनपुरवा इलाके की कुछ महिलाओं ने बताया कि सड़क के एक किनारे पाइपलाइन होने से एक तरफ के इलाके को पानी मिल रहा है किंतु सड़क के दूसरे किनारे में रोड काटकर पाइप नहीं जा सकता इसलिए दूसरे किनारे के लोग पानी से वंचित हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि थोड़ा सा प्रयास किया जाए और अंडरग्राउंड पाइप से रोड पार कर दिया जाए तो रोड के दूसरे तरफ के लोगों को भी पेयजल मिल जाएगा।
महिलाओं के लिए सार्वजनिक यूरीनल लगाये जाएं
लगभग सभी महिलाओं ने एक स्वर में मांग रखी कि गढ़वा अनुमंडल क्षेत्र के लगभग सभी शहरी इलाकों में महिलाओं के लिए यूरिनल अधिष्ठापित किए जाएं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के यूरिनल पे एंड यूज आधार पर संचालित हों, क्योंकि उनकी नियमित साफ सफाई तभी संभव हो पाएगी जब उनका उपयोग पैसे देकर किया जा रहा हो।
सभी की समस्याओं और सुझावों को सुनने के उपरांत एसडीओ ने सभी को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा रखी गई सभी बातों पर तथा संभव अमल किया जाएगा।