Women Health Update: 40 के बाद महिलाओं के लिए मैग्नीशियम है रामबाण, 6 कारण जो इसे बनाते हैं जरूरी
40 के बाद महिलाओं के लिए मैग्नीशियम जरूरी, हड्डियों से दिल और नींद तक देता है सेहत का सहारा।

Women Health Update: 40 साल की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं। इस समय मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व की जरूरत बढ़ जाती है। यह खनिज स्वास्थ्य को बनाए रखने में बड़ा रोल निभाता है। हड्डियों से लेकर नींद और तनाव तक, मैग्नीशियम कई समस्याओं का हल है। आइए, आसान शब्दों में जानें कि 40 के बाद महिलाओं के लिए मैग्नीशियम इतना जरूरी क्यों है। यह खबर खासतौर पर उन महिलाओं के लिए है जो अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहती हैं।
मैग्नीशियम क्यों है खास?
मैग्नीशियम शरीर के 300 से ज्यादा प्रक्रियाओं में मदद करता है। यह मांसपेशियों, हड्डियों और दिमाग को स्वस्थ रखता है। 40 की उम्र के बाद हार्मोनल बदलाव, तनाव और थकान बढ़ती है। मैग्नीशियम इन समस्याओं को कम करने में सहायक है। यह आसानी से खाने या सप्लीमेंट्स से लिया जा सकता है। लेकिन कमी होने पर कई परेशानियां हो सकती हैं।
40 के बाद मैग्नीशियम के 6 फायदे
1 हड्डियां रहेंगी मजबूत
उम्र बढ़ने पर हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। मैग्नीशियम कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों को ताकत देता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम करता है। खासकर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद यह जरूरी हो जाता है।
2 दिल रहेगा स्वस्थ
मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। यह दिल की धड़कन को नियमित रखता है। 40 के बाद दिल की बीमारियों का जोखिम बढ़ता है। मैग्नीशियम इसे कम करने में मदद करता है।
3 नींद आएगी अच्छी
कई महिलाओं को रात में नींद की समस्या होती है। मैग्नीशियम दिमाग को शांत करता है और अच्छी नींद लाने में मदद करता है। यह तनाव और चिंता को भी कम करता है।
4 मांसपेशियों का दर्द होगा कम
मैग्नीशियम मांसपेशियों को आराम देता है। यह ऐंठन और दर्द को कम करता है। उम्र बढ़ने पर जोड़ों का दर्द आम है। मैग्नीशियम इसे कम करने में सहायक है।
5 हार्मोनल संतुलन बनाए रखे
मेनोपॉज के दौरान हार्मोन बदलते हैं। इससे मूड स्विंग और गर्मी की शिकायत होती है। मैग्नीशियम हार्मोन को बैलेंस करता है और इन लक्षणों को कम करता है।
6 ऊर्जा देता है
थकान और कमजोरी को दूर करने में मैग्नीशियम बहुत फायदेमंद है। यह शरीर को एनर्जी देता है और दिनभर ताजगी बनाए रखता है।
मैग्नीशियम कैसे लें?
मैग्नीशियम पालक, बादाम, कद्दू के बीज, दाल और साबुत अनाज से मिलता है। अगर खाने से कमी रह जाए, तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट ले सकते हैं। लेकिन ज्यादा मात्रा में लेना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए हमेशा डॉक्टर से पूछें।
सेहत के लिए जरूरी कदम
40 के बाद महिलाओं को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। मैग्नीशियम की कमी को नजरअंदाज न करें। अगर आपको थकान, नींद की कमी या मांसपेशियों में दर्द रहता है, तो अपने खाने में मैग्नीशियम बढ़ाएं। यह छोटा सा बदलाव आपकी सेहत को बहुत बेहतर कर सकता है।