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रांची के जिला स्कूल मैदान में 17 जनवरी से लगेगा राष्ट्रीय पुस्तक मेला

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रांची-झारखंड की शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक नगरी रांची के जिला स्कूल मैदान में रविवार को भूमि पूजन के साथ 10 दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेले की तैयारियां शुरू हो गयीं. नए साल में यहां 17 से 26 जनवरी तक अक्षरों की दुनिया सजेगी और उत्सवों की धूम रहेगी. एक ही छत के नीचे हर आयु वर्ग के पाठकों के लिए हिन्दी और अंग्रेजी की पुस्तकें उपलब्ध होंगी. मेले के दौरान स्कूली बच्चों के लिए कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.

समय इंडिया के प्रबंध न्यासी चन्द्र भूषण ने जानकारी दी कि समय इंडिया
(नई दिल्ली) किताबों को पाठकों से जोड़ने की मुहिम के तहत रांची में पुस्तक मेला लेकर आया है. 17 जनवरी से पुस्तक मेला लगेगा. सुबह 11 बजे से रात 7:30 बजे तक पुस्तक मेले का आनंद लिया जा सकेगा. भूमि पूजन कार्यक्रम में मंडप निर्माण करने वाली संस्था के कर्मचारी और प्रतिनिधि के साथ स्थानीय लेखक, जेबी पांडेय, संध्या पांडेय एवं संस्कृतिकर्मी उपस्थित थे.

चंद्र भूषण ने बताया कि इस पुस्तक मेले में भागीदारी को लेकर प्रकाशक एवं पुस्तक विक्रेताओं के बीच खासा उत्साह है और वे अपने साथ नई–पुरानी पुस्तकों की सौगात ला रहे हैं. पुस्तकें बोलेंगी, बातें करेंगी और ऐसी दुनिया में ले जायेंगी जहां आप थोड़ा संवेदनशील और मानवीय होंगे. उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रीय पुस्तक मेले का उद्देश्य समाज में पुस्तकों के प्रति पनप रही उदासीनता की भावना को खत्म करना और किताबों के करीब पुस्तक प्रेमियों को लाना है.

पुस्तक मेले में जिन प्रकाशकों एवं पुस्तक विक्रताओं की स्वीकृति मिल चुकी है उनमें राजपाल एंड संस, प्रकाशन संस्थान, समय प्रकाशन, यश प्रकाशन, लक्ष्मी प्रकाशन, नैय्यर बुक सर्विस, वर्मा बुक कम्पनी, रोहित बुक कम्पनी, विकल्प प्रकाशन, आर्यन बुक कम्पनी (नई दिल्ली), हिन्द युग्म (गौतम बुद्ध नगर), दिव्यांश प्रकाशन (लखनऊ), योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया, क्राउन पब्लिकेशन, झारखंड झरोखा, गीता प्रेस (रांची), कबीर ज्ञान प्रकाशन केन्द्र (गिरिडीह) आदि प्रमुख हैं.

चंद्र भूषण ने बताया कि मेले के दौरान स्कूली बच्चों के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम रखे गए हैं, जिनमें कविता–कहानी सुनाओ प्रतियोगिता, बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता, बच्चों की गायन प्रतियोगिता, बच्चों की नृत्य प्रतियोगिता, देशभक्ति गीत, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आदि प्रमुख हैं. बच्चों की सभी प्रतियोगिताएं नि:शुल्क होंगी. पुस्तक प्रेमियों को कवियों एवं कवयित्रियों की कविताओं को करीब से सुनने का मौका मिलेगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे.

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