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Bihar News: मोतिहारी में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने, पुरुष शिक्षक को बना दिया महिला

मोतिहारी में शिक्षा विभाग की गलती, पुरुष शिक्षक जीवन ज्योति को महिला बताकर ट्रांसफर लेटर वायरल

Bihar News: बिहार के मोतिहारी में शिक्षा विभाग ने एक ऐसी गलती कर दी, जिसे सुनकर लोग हैरान हैं। यहां के एक पुरुष शिक्षक जीवन ज्योति को विभाग ने ट्रांसफर लेटर में महिला शिक्षिका बता दिया। यह लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और लोग शिक्षा विभाग की इस लापरवाही पर हंस रहे हैं। यह घटना पूर्वी चंपारण जिले की है, जहां विभाग ने जीवन ज्योति को हेडमास्टर का प्रभार भी सौंपा। इस गलती ने बिहार शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

मोतिहारी के केसरिया प्रखंड में कार्यरत शिक्षक जीवन ज्योति को शिक्षा विभाग ने एक ट्रांसफर लेटर जारी किया। इस लेटर में उन्हें महिला शिक्षिका के रूप में संबोधित किया गया और हेडमास्टर का प्रभार दिया गया। लेटर में लिखा था कि “महिला शिक्षिका जीवन ज्योति” को यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। जब यह लेटर सोशल मीडिया पर पहुंचा, तो लोग इसे देखकर मजाक उड़ाने लगे। कई लोगों ने टिप्पणी की कि बिहार शिक्षा विभाग में रिकॉर्ड रखने की व्यवस्था कितनी लापरवाह है।

विभाग के अधिकारी भी हैरान

जब इस मामले की खबर फैली, तो जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) संजीव कुमार से इस बारे में पूछा गया। उन्होंने इस गलती को स्वीकार किया और कहा कि यह एक मानवीय भूल है। DEO ने बताया कि लेटर में गलत जेंडर लिखा गया है, जिसे जल्द सुधारा जाएगा। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी गलतियां न हों। लेकिन इस बयान के बाद भी लोग विभाग की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।

लोगों में हंसी और गुस्सा दोनों

इस वायरल लेटर ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी। कुछ लोग इसे मजेदार मानकर हंस रहे हैं, तो कुछ इसे शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही बता रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर विभाग इतनी छोटी बात में गलती कर सकता है, तो बड़े मामलों में क्या होगा? कई लोगों ने मांग की है कि शिक्षा विभाग को अपने रिकॉर्ड और सिस्टम को दुरुस्त करना चाहिए।

Bihar News: भविष्य में क्या होगा?

यह घटना बिहार शिक्षा विभाग के लिए एक सबक है। लोगों का कहना है कि ऐसी गलतियां न केवल हास्यास्पद हैं, बल्कि विभाग की विश्वसनीयता को भी कम करती हैं। अब देखना यह है कि विभाग इस गलती को कैसे सुधारता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।

Sudhanshu Tiwari
Author: Sudhanshu Tiwari

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