भारत के युवाओं की प्रतिभा से दुनिया चिंतित, सुधांशु त्रिवेदी ने अमेरिका पर साधा निशाना

गाज़ियाबाद: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को गाज़ियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित नमो युवा रन मैराथन में युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने हाल ही में एच-1बी वीजा पर एक लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) की फीस लगा दी है। यह इस बात का संकेत है कि भारत के युवाओं की प्रतिभा और मेहनत से अब दुनिया की सबसे ताकतवर ताकतें भी चिंतित हैं।
“आज भारत से डर रहा है दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश”
त्रिवेदी ने कहा कि एक समय था जब भारत विदेशी ताकतों से डरता था, लेकिन आज हालात बदल गए हैं। अब दुनिया के कई देश, खासकर अमेरिका, भारतीय युवाओं के कौशल और उनकी प्रतिस्पर्धा क्षमता से घबराने लगे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। देश आज तीसरे सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज और ऑटोमोबाइल उत्पादन केंद्र के रूप में उभर रहा है। वहीं, मोबाइल फोन निर्माण में भारत दूसरे स्थान पर है।
भाजपा नेता ने कहा कि कभी भारत की शिक्षा और तकनीकी क्षमताओं पर सवाल उठते थे। लोग सोचते थे कि भारतीय डिजिटल ट्रांजेक्शन कैसे करेंगे। लेकिन आज स्थिति उलट है और भारत 48 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजेक्शन के साथ दुनिया में नंबर एक है। अमेरिका और चीन को जोड़ दें तो भी भारत का आंकड़ा उनसे आगे निकलता है।
त्रिवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पितृ विसर्जन अमावस्या है, जो भारतीय संस्कृति की विशेषता को दर्शाता है। जहां पश्चिमी देश फादर्स डे और मदर्स डे जैसे अलग-अलग दिन मनाते हैं, वहीं भारत में पितृपक्ष पूरे पखवाड़े तक पूर्वजों की याद में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह हमारी संस्कृति की गहराई और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
भाजपा प्रवक्ता ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता युवाओं को गुमराह करने में लगे रहते हैं। लेकिन हाल ही में हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव ने दिखा दिया कि नई पीढ़ी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रवाद को प्राथमिकता देती है।
मैराथन के दौरान युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम का आयोजन भाजपा युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष सचिन डेढ़ा ने किया। सुबह हजारों युवा KW दिल्ली-6 मॉल से दौड़ में शामिल हुए और साढ़े तीन किलोमीटर के रूट पर नशा मुक्ति का संदेश फैलाया। जगह-जगह प्रतिभागियों का स्वागत पुष्पवर्षा से किया गया।