
PM Modi on GST Reform: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देशवासियों को बड़ी खुशखबरी देते हुए 22 सितंबर से ‘जीएसटी बचत उत्सव’ की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक कदम के बाद देश में 99 प्रतिशत चीजें सस्ती हो जाएंगी, जिससे आम आदमी की जेब में पैसे बचेंगे और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को नई ताकत मिलेगी। यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब देश त्योहारी सीजन की तैयारी कर रहा है।
क्या है ‘जीएसटी बचत उत्सव’ का मकसद?
पीएम मोदी ने बताया कि 3 सितंबर को हुई जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया था। इस फैसले के तहत 12% और 28% के टैक्स स्लैब को खत्म कर दिया गया है। इसकी जगह अब मुख्य रूप से 5% और 18% के सरल स्लैब होंगे। यह नया और सरल जीएसटी ढांचा 22 सितंबर से लागू हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सरलीकरण से न केवल लोगों पर टैक्स का बोझ कम होगा, बल्कि टैक्स अनुपालन भी आसान हो जाएगा, जिससे व्यापार करना और भी सुगम हो जाएगा।
PM Modi on GST Reform: आम आदमी और MSMEs को कैसे होगा फायदा?
इन जीएसटी सुधारों से सबसे बड़ा फायदा आम जनता और छोटे व मध्यम उद्योगों (MSMEs) को होने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि पनीर, रोटी, हेल्थ इंश्योरेंस और जीवन रक्षक दवाएं अब टैक्स फ्री हो जाएंगी। इसके अलावा, साबुन, टूथपेस्ट, घी, मक्खन, बिस्कुट, पास्ता और नूडल्स जैसे रोजमर्रा के सामानों को 12% या 18% के बजाय 5% के स्लैब में लाया गया है। वहीं, टीवी, एसी, फ्रिज, सीमेंट और छोटी कारों पर लगने वाला टैक्स भी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है, जिससे मध्यम वर्ग को बड़ा लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि MSMEs के लिए टैक्स का ढांचा सरल होने से वे अपना ध्यान व्यापार बढ़ाने पर लगा पाएंगे, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना पूरा होगा।