NDA में सीट बंटवारे पर फिर हलचल, घटक दलों ने रोकी घोषणा

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। सीटों में हल्के फेरबदल की मांग के चलते घटक दलों ने अपने हिस्से के विधानसभा क्षेत्रों की आधिकारिक घोषणा रोक दी है। तय योजना के अनुसार अब 15 से 18 अक्टूबर के बीच एनडीए के सभी उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, जदयू (JDU) ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी सिंबल देना शुरू कर दिया है। वहीं, भाजपा (BJP) ने सभी संभावित उम्मीदवारों को नामांकन से जुड़े आवश्यक दस्तावेज तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को एनडीए की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीटों और उम्मीदवारों की घोषणा प्रस्तावित थी, लेकिन अब इसके मंगलवार को होने की संभावना जताई जा रही है।
रविवार को भाजपा और जदयू के बीच 101-101 सीटों का बंटवारा तय हुआ। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) व राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को 6-6 सीटें दी गई हैं। हालांकि हम और रालोमो के समर्थकों में सीटों की संख्या को लेकर असंतोष है, लेकिन गठबंधन टूटने की कोई संभावना नहीं है।
असंतुष्ट दलों को विधान परिषद और राज्यसभा की सीटों के माध्यम से समायोजित करने का प्रस्ताव दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, जदयू ने लोजपा (रा) को दी गई कुछ सीटों में बदलाव की मांग की है। विशेष रूप से सहरसा जिले की सोनबरसा सीट को लेकर विवाद गहराया है। यह सुरक्षित सीट है, और जदयू ने यहां से कैबिनेट मंत्री रत्नेश सदा को सिंबल दे दिया है, जिससे लोजपा (रा) के दावे को खारिज कर दिया गया।
इसी तरह, वैशाली जिले की कुछ सीटों पर भी जदयू ने आपत्ति दर्ज कराते हुए बदले में दूसरी सीटों की पेशकश की है।
तीसरे दल के शामिल होने की चर्चा
एनडीए के भीतर चल रही चर्चा के अनुसार, गठबंधन विपक्षी खेमे के एक दल के संपर्क में है। अगर यह पार्टी एनडीए में शामिल होती है, तो सीट बंटवारे की प्रक्रिया नए सिरे से करनी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में 6 से 8 सीटें नए सहयोगी के लिए छोड़ी जा सकती हैं।
हालांकि, जदयू ने अपनी सीटें घटाने से साफ इंकार कर दिया है। ऐसे में सीटों की कटौती का बोझ भाजपा और लोजपा (रा) पर आने की संभावना है।
बिहार की राजनीति में अब सभी की निगाहें मंगलवार की एनडीए प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हैं, जहां सीटों और उम्मीदवारों का अंतिम खाका सामने आ सकता है।