Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बीजेपी उम्मीदवार सूची में मैथिली ठाकुर को टिकट नहीं, बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा दोबारा
बिहार चुनाव 2025, बीजेपी लिस्ट से मैथिली ठाकुर का नाम गायब, बेनीपट्टी से विनोद झा पर भरोसा

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर का नाम नहीं है। बेनीपट्टी सीट से मैथिली को टिकट मिलने की अटकलें तेज थीं, लेकिन पार्टी ने मौजूदा विधायक विनोद नारायण झा को दोबारा मौका दिया है। यह फैसला राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। बीजेपी बिहार प्रभारी विनोद तावड़े की मुलाकात के बाद मैथिली के राजनीति में कदम रखने की उम्मीदें बढ़ी थीं। लेकिन सूची जारी होते ही सस्पेंस खत्म हो गया। बिहार चुनाव 2025 बीजेपी उम्मीदवार सूची में अनुभवी नेताओं को प्राथमिकता मिली है।
तावड़े के ट्वीट ने बढ़ाई थी उम्मीदें
विनोद तावड़े ने हाल ही में मैथिली ठाकुर से मुलाकात की और ट्वीट कर कहा था, 1995 में लालू राज के दौरान बिहार छोड़कर गए एक परिवार की बेटी मैथिली ठाकुर, बदलते बिहार की प्रगति देखकर वापस लौटना चाहती हैं। हमने उनसे बिहार के विकास में योगदान देने का आग्रह किया। इस ट्वीट के बाद बेनीपट्टी से मैथिली को टिकट मिलने की चर्चा जोर पकड़ ली। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय की मौजूदगी ने अटकलों को हवा दी। लेकिन मंगलवार को जारी सूची ने साफ कर दिया कि फिलहाल उन्हें चुनावी मैदान में नहीं उतारा जा रहा। बीजेपी का कहना है कि यह फैसला पार्टी की रणनीति का हिस्सा है।
विनोद नारायण झा पर फिर भरोसा
बीजेपी ने बेनीपट्टी से 68 वर्षीय विनोद नारायण झा को दोबारा उम्मीदवार बनाया। झा 1977 के जेपी आंदोलन से राजनीति में सक्रिय हैं। वे दो बार विधायक और एक बार विधान पार्षद रह चुके हैं। पार्टी ने उनके अनुभव और क्षेत्रीय पकड़ को देखते हुए टिकट काटने का जोखिम नहीं लिया। झा ने कहा, मैं जनता के बीच रहकर विकास के मुद्दे उठाऊंगा। बिहार चुनाव 2025 बीजेपी उम्मीदवार सूची से साफ है कि अनुभवी चेहरों पर दांव लगाया जा रहा है।
मैथिली ठाकुर का सफर
मैथिली ठाकुर मधुबनी के बेनीपट्टी की रहने वाली हैं। महज 11 साल की उम्र में जी टीवी के ‘सारेगामापा लिटिल चैंप्स’ से वे मशहूर हुईं। अब 25 साल की मैथिली भोजपुरी, मैथिली और हिंदी भजनों व लोकगीतों के लिए जानी जाती हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया था। उनकी राजनीति में एंट्री की चर्चा को लोग गंभीरता से ले रहे थे। लेकिन टिकट न मिलने से फैंस निराश हैं। मैथिली ने कहा, मैं बिहार की सेवा के लिए तैयार हूं, लेकिन फैसला पार्टी का है।
बीजेपी की रणनीति: स्थानीय चेहरों पर जोर
बीजेपी ने उम्मीदवारों का चयन स्थानीय स्तर पर मजबूत चेहरों को प्राथमिकता देकर किया है। सूची में 9 महिलाओं को टिकट देकर पार्टी ने महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया। सम्राट चौधरी ने कहा, यह सूची NDA की एकजुटता का प्रतीक है। हम विकास और बिहार की प्रगति के लिए लड़ेंगे।” नामांकन 15 से 18 अक्टूबर तक। NDA का दावा 80 से ज्यादा सीटें जीतना।