Ajay Rai on Bihar Government: 'बिहार में 'महाजंगलराज', शराब तस्करी ही एकमात्र रोजगार', अजय राय का नीतीश-बीजेपी सरकार पर तीखा हमला
यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने वाराणसी में कहा कि बिहार में न कोई फैक्ट्री लगी, न युवाओं को रोजगार मिला, इसलिए वे पलायन को मजबूर हैं।
Ajay Rai on Bihar Government: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) की सरगर्मियों के बीच, अब उत्तर प्रदेश से भी राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने शनिवार को वाराणसी में बिहार की एनडीए (बीजेपी-जेडीयू) सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी नेताओं द्वारा आरजेडी शासनकाल को ‘जंगलराज’ कहे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार में इस समय ‘जंगलराज’ नहीं, बल्कि ‘महाजंगलराज’ का माहौल है।
‘शराब तस्करी ही एकमात्र रोजगार’
शनिवार को वाराणसी में अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अजय राय ने बिहार की कानून-व्यवस्था और रोजगार के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा।
- शराब तस्करी का आरोप: अजय राय ने कहा, “आज बिहार में ‘महाजंगलराज’ का माहौल है, जहां शराब की तस्करी ही एकमात्र रोजगार बन गया है।” उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस अवैध कारोबार में सरकार भी संलिप्त है।
- रोजगार और पलायन का मुद्दा: उन्होंने कहा, “बिहार में न तो कोई फैक्ट्री स्थापित हुई है और न ही युवाओं को रोजगार मिल रहा है, जिसके कारण युवा आज भी पलायन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।”
यूपी की घटनाओं का भी किया जिक्र
अजय राय ने न केवल बिहार, बल्कि उत्तर प्रदेश में भी अराजकता का माहौल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पूरे देश में अराजकता व्याप्त है। उत्तर प्रदेश में दलितों के उत्पीड़न के 15,130 मामले सामने आए हैं।” उन्होंने काकोरी और प्रयागराज में हुई हालिया आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इन घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग आरएसएस से जुड़े हैं।
Ajay Rai on Bihar Government: छठ पूजा की तैयारियों पर उठाए सवाल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने छठ पूजा की तैयारियों में कमी को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि छठ का पर्व शुरू हो चुका है और ‘नहाय-खाय’ का कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है, लेकिन बनारस में गंगा घाटों पर कोई तैयारी नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपनी कमियों को छिपाने के लिए केवल हिंदू-मुस्लिम का राग अलाप रही है।



