आंखें केवल देखने का जरिया नहीं, बल्कि जीवन का आईना हैं।-शरीर की मदद के लिए दी गई चेतावनी
क्या आपकी आंखें भी धुंधला देखने लगी हैं? डॉक्टरों के मुताबिक एक खास विटामिन की कमी धीरे-धीरे आपकी दृष्टि छीन सकती है — जानिए कौन-सा है वो ‘विज़न विटामिन’।
डेस्क:सुबह उठते ही अगर सब कुछ धुंधला-धुंधला दिखे या रात में गाड़ी चलाते वक्त सामने की लाइट्स चुभने लगें, तो इसे अनदेखा न करें। ये सिर्फ थकान या स्क्रीन टाइम का असर नहीं हो सकता, बल्कि आपकी आंखें किसी ज़रूरी विटामिन की कमी का इशारा दे रही होती हैं। आंखों की रोशनी घटने की सबसे आम वजहों में से एक है — विटामिन A की कमी। यह विटामिन आंखों के स्वास्थ्य के लिए उतना ही ज़रूरी है जितना ऑक्सीजन सांसों के लिए।
विटामिन A — आंखों का ‘गुप्त प्रहरी’
विटामिन A, जिसे रेटिनॉल (Retinol) भी कहा जाता है, आंखों की रेटिना में मौजूद रॉड और कोन सेल्स को स्वस्थ रखता है। ये सेल्स ही रोशनी को महसूस करते हैं और हमें स्पष्ट देखने में मदद करते हैं। जब शरीर में विटामिन A की कमी होती है, तो रेटिना कमजोर होने लगती है और धीरे-धीरे व्यक्ति को नाइट ब्लाइंडनेस (रात में देखने में दिक्कत) जैसी समस्या शुरू हो जाती है।
विटामिन A की कमी के लक्षण
डॉक्टरों के मुताबिक अगर आपको इनमें से कुछ लक्षण दिखाई दें तो तुरंत जांच करवानी चाहिए:
- रात में या कम रोशनी में साफ न दिखना
- आंखों में बार-बार सूखापन
- कॉर्निया पर सफेद धब्बे या धुंधलापन
- आंखों में जलन, खुजली या रेत जैसा एहसास
- बार-बार इंफेक्शन होना
अगर इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ किया जाए, तो स्थिति गंभीर होकर स्थायी दृष्टिहीनता (Permanent Vision Loss) तक पहुंच सकती है।
विटामिन A कहाँ से मिलता है?
प्रकृति ने हमें आंखों की सुरक्षा के लिए कई स्वादिष्ट विकल्प दिए हैं।
विटामिन A से भरपूर खाद्य पदार्थ:
- गाजर
- शकरकंद
- पालक और मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ
- पपीता और आम
- दूध, घी और दही
- लाल और पीली शिमला मिर्च
डॉक्टर सलाह देते हैं कि रोज़ाना भोजन में रंग-बिरंगी सब्जियाँ और फल शामिल करें — जितना रंग, उतना विटामिन!
डॉक्टर की राय
डॉ. स्नेहा अग्रवाल (नेत्र रोग विशेषज्ञ, दिल्ली AIIMS) कहती हैं —“विटामिन A की कमी भारत में अभी भी एक आम समस्या है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में। अगर किसी को रात में देखने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत आंखों की जांच और ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए। समय पर इलाज से दृष्टि पूरी तरह से बचाई जा सकती है।”
बचाव ही सबसे अच्छा इलाज
- बच्चों को रोज़ाना दूध, हरी सब्जियाँ और फल दें
- लंबे समय तक मोबाइल या लैपटॉप देखने से बचें
- आंखों की नियमित जांच कराएँ
- डॉक्टर की सलाह के बिना सप्लीमेंट्स न लें
निष्कर्ष:
आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होना हमेशा उम्र का असर नहीं होता — यह आपके शरीर की मदद के लिए दी गई चेतावनी भी हो सकती है। विटामिन A की कमी को समय पर पहचानकर और सही खानपान अपनाकर आप अपनी दृष्टि को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। याद रखें, “आंखें केवल देखने का जरिया नहीं, बल्कि जीवन का आईना हैं।”



