Bihar Chunav 2025: बीजेपी के 12 उम्मीदवारों की हार, 5 को मुस्लिम उम्मीदवारों ने हराया
बिहार चुनाव, NDA की बंपर जीत के बावजूद BJP को 12 सीटों पर हार, AIMIM से 5 मुस्लिम बहुल सीटें गंवाईं।
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों में एनडीए की भारी जीत के बावजूद बीजेपी को 12 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। कुल 101 सीटों पर लड़ी पार्टी ने 89 पर जीत हासिल की, लेकिन इन 12 हारों में 5 सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी के उम्मीदवार मुस्लिम उम्मीदवारों (मुख्य रूप से AIMIM के) से हार गए। यह हार बीजेपी की रणनीति पर सवाल खड़ी कर रही है, खासकर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में। नीचे इन 12 हारने वाले उम्मीदवारों की सूची दी गई है, जिसमें नाम, निर्वाचन क्षेत्र, विरोधी उम्मीदवार और वोट अंतर शामिल हैं।
मुस्लिम उम्मीदवारों से हारी 5 सीटें (विशेष रूप से AIMIM से)
- बायसी सीट: बीजेपी के विनोद कुमार को AIMIM के गुलाम सरवर ने 27,251 वोटों से हराया। (2020 में कांग्रेस की जीत।)
- बिसफी सीट: बीजेपी के हरिभूषण ठाकुर को RJD के आसिफ अहमद ने 8,107 वोटों से हराया। (हरिभूषण को 92,664 वोट। 2020 में हरिभूषण RJD टिकट पर जीते थे।)
- किशनगंज सीट: बीजेपी की स्वीटी सिंह को कांग्रेस के कमरूल होदा ने 12,794 वोटों से हराया। (AIMIM के शम्स आगाज को 51,370 वोट मिले। 2020 में कांग्रेस की जीत।)
- कोचाधामन सीट: बीजेपी की बीना देवी (तीसरे स्थान पर, 44,858 वोट) को AIMIM के मोहम्मद सरवर आलम ने हराया, जिन्होंने RJD के मुजाहिद आलम को 23,021 वोटों से शिकस्त दी। (AIMIM को 81,860 वोट। 2020 में AIMIM की जीत।)
- ढाका सीट: बीजेपी के पवन कुमार जायसवाल को RJD के फैजल रहमान ने 178 वोटों से हराया। (फैजल को 1,12,727 वोट, पवन को 1,12,549 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
शेष 7 सीटें (अन्य विरोधियों से हारी)
- चनपटिया सीट: बीजेपी के उमाकांत सिंह को कांग्रेस के अभिषेक रंजन ने 602 वोटों से हराया। (उमाकांत को 86,936 वोट।)
- फारबिसगंज सीट: बीजेपी के विद्या सागर केसरी को कांग्रेस के मनोज विश्वास ने 221 वोटों से हराया। (मनोज को 1,20,114 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
- सहरसा सीट: बीजेपी के आलोक रंजन को इंडियन इंक्लूसिव पार्टी के इंद्रजीत प्रसाद गुप्ता ने 2,038 वोटों से हराया। (आलोक को 1,12,998 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
- वारिसलीगंज सीट: बीजेपी की अरुणा देवी को RJD की अनिता ने 7,543 वोटों से हराया। (अरुणा को 90,290 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
- रामगढ़ सीट: बीजेपी के अशोक कुमार सिंह को बहुजन समाज पार्टी के सतीश कुमार सिंह यादव ने 30 वोटों से हराया। (अशोक को 72,659 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
- गोह सीट: बीजेपी के डॉ. रविरंजन कुमार को RJD के अमरेंद्र कुमार ने 4,041 वोटों से हराया। (रविरंजन को 89,583 वोट। 2020 में बीजेपी की जीत।)
- राघोपुर सीट: बीजेपी के सतीश कुमार को RJD के तेजस्वी यादव ने 14,532 वोटों से हराया। (तेजस्वी को 1,18,597 वोट।)
लेख के मुख्य बिंदु और विश्लेषण
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बीजेपी का प्रदर्शन: एनडीए की प्रचंड जीत के बावजूद, बीजेपी को 12 हार का सामना करना पड़ा। 101 सीटों पर लड़ी पार्टी ने 89 जीतीं, लेकिन 12 में हार गईं। इनमें 5 मुस्लिम बहुल सीटें शामिल हैं, जहां AIMIM और अन्य मुस्लिम उम्मीदवारों ने चुनौती दी।
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AIMIM का प्रदर्शन: असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने मुस्लिम वोटों को एकजुट कर 6 सीटें जीतीं। बायसी और कोचाधामन में सीधी जीत, किशनगंज में अच्छे वोट। यह बीजेपी के खिलाफ मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण दर्शाता है।
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बीजेपी पर प्रभाव: एनडीए की लहर के बावजूद, मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में हार ने बीजेपी की रणनीति पर सवाल उठाए। कुछ सीटें मामूली अंतर (30, 178, 221 वोट) से गंवाईं, जो 2020 में जीतीं थीं। यह पार्टी को मुस्लिम वोटरों पर सोचने को मजबूर करेगा।
यह हार एनडीए की जीत के बावजूद बीजेपी के लिए सबक है। मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण विपक्ष की रणनीति का हिस्सा लगता है। बिहार चुनाव 2025 में AIMIM का उभार नया ट्रेंड सेट कर रहा। अधिक अपडेट्स के लिए न्यूज फॉलो करें।



