रांची: ऑर्किड मेडिकल सेंटर के सीनियर एग्जीक्यूटिव कामख्या दुबे पर आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.10 करोड़ रुपये गबन करने का आरोप लगा है। इस मामले में अस्पताल के एजीएम ह्रदय प्रसाद लक्ष्मण ने लालपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
फर्जी दस्तावेजों से किया गबन
एजीएम के अनुसार, 2023 से 2025 के बीच लगभग 100 मरीजों के इलाज का भुगतान अस्पताल को नहीं मिला। जांच में पता चला कि कामख्या दुबे ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए यह रकम हड़प ली।
जब अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में पूछताछ की, तो आरोपी ने इसे आयुष्मान भारत पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ी बताया। लेकिन जब अस्पताल के जीएम संतोष सिंह ने विस्तृत जांच की, तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए:
82 मरीजों के दावे पोर्टल पर अपलोड ही नहीं किए गए थे।
आरोपी ने फर्जी रसीदें अस्पताल की दराज में छिपा रखी थीं।
जब अस्पताल प्रशासन ने मरीजों से संपर्क किया, तो उन्होंने पुष्टि की कि उन्होंने भुगतान किया था।
पुलिस जांच में जुटी
अब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी कामख्या दुबे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस गबन के खुलासे के बाद अस्पताल प्रबंधन भी अपनी आंतरिक प्रक्रियाओं की समीक्षा कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सके।
