बिहार में दिल दहला देने वाली घटना: डायन बताकर महिला समेत परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाया

बिहार: पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रजीगंज पंचायत अंतर्गत टेटगामा गांव से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। अंधविश्वास के चलते गांव के दर्जनों लोगों ने एक 70 वर्षीय वृद्धा को ‘डायन’ बताकर उनके पूरे परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में महिला सहित उनके परिवार के पांच सदस्यों को अगवा कर, बेरहमी से पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया।
घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है। इस निर्मम कांड के बाद आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने की नीयत से शवों को घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर जेसीबी की सहायता से जमीन में दफना दिया।
इस क्रूरता से सिर्फ एक सदस्य, मृतका का पोता सोनू कुमार, किसी तरह बच निकला और उसने ही पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी।
मृतकों की पहचान:
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कातो देवी (70) – वृद्धा, जिन पर डायन होने का आरोप लगाया गया
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बाबूलाल उरांव (50) – कातो देवी के पुत्र
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सीता देवी (40) – बाबूलाल की पत्नी
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मनजीत उरांव (20) – बाबूलाल का बेटा
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रानी देवी (18) – मनजीत की पत्नी
कैसे हुई घटना?
बचे हुए सदस्य सोनू कुमार ने बताया कि गांव में एक बच्चा लंबे समय से बीमार था, जिसे लेकर कुछ ग्रामीणों ने कातो देवी पर जादू-टोना करने का आरोप लगा दिया। रविवार को जब उस बच्चे की तबीयत और बिगड़ी, तो गांव के एक स्वयंभू ओझा, नकुल उरांव, ने पंचायत बुलाकर लोगों को भड़काया।
लगभग 200 ग्रामीणों की भीड़ ने रात में कातो देवी के घर धावा बोल दिया। पांचों लोगों को घर से खींचकर ले जाया गया, बुरी तरह पीटा गया और फिर उन्हें जिंदा आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद शवों को जेसीबी से खुदाई कर जमीन में दफना दिया गया।
कैसे टूटा मामला?
सोनू किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकला और वीरपुर स्थित अपने ननिहाल पहुंचकर घटना की जानकारी दी। वहां से सूचना पुलिस अधीक्षक तक पहुंची, जिसके बाद कई थानों की पुलिस, श्वान दल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की।
क्या कहती है पुलिस?
पूर्णिया की पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत ने कहा “यह बेहद दर्दनाक और अमानवीय घटना है। श्वान दस्ते की मदद से सभी पांचों शव बरामद कर लिए गए हैं और पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। एक आरोपी नकुल उरांव और एक ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है और जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में स्पीडी ट्रायल के माध्यम से दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी।”
घटना के बाद से टेटगामा गांव सुनसान पड़ा है। अधिकतर घरों में ताले लटक रहे हैं और लोग फरार हैं। पुलिस की टीमें आसपास के गांवों और रिश्तेदारों के यहां दबिश दे रही हैं।