पांच साल में जर्जर हुआ हाटकेश्वर ब्रिज, अब 3.9 करोड़ में गिराया जायेगा

अहमदाबाद में 2017 में तैयार किया गया हाटकेश्वर ब्रिज अब महज पांच साल में इस कदर जर्जर हो चुका है कि उसे गिराने की नौबत आ गई है। 42 करोड़ रुपये की लागत से बना यह ब्रिज अब 3.9 करोड़ रुपये खर्च करके तोड़ा जाएगा। अहमदाबाद नगर निगम (AMC) की स्टैंडिंग कमेटी ने इसके ध्वस्तीकरण को मंजूरी दे दी है।
तीन साल से बंद पड़ा ब्रिज, लोग परेशान
मार्च 2021 में ब्रिज पर गड्ढे उभरने लगे थे, जिससे वाहनों की आवाजाही अस्थाई रूप से रोक दी गई थी। इसके बाद 2022 में हुई स्टेबिलिटी जांच में इसे ‘असुरक्षित’ घोषित कर दिया गया और पूरी तरह बंद कर दिया गया। पिछले तीन सालों से यह पुल स्थानीय निवासियों और दुकानदारों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कई बार लोग विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं।
बारिश के बाद शुरू होगा ध्वस्तीकरण
AMC के स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन देवांग दानी के मुताबिक, ब्रिज को गिराने का काम मानसून खत्म होने के बाद शुरू किया जाएगा और छह महीने में पूरा करने का लक्ष्य है। इस काम के लिए गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर सौंपा गया है। कार्य के दौरान ट्रैफिक मैनेजमेंट का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
अभी नए ब्रिज को लेकर कोई योजना नहीं
जानकारी के मुताबिक, ब्रिज को गिराने के बाद नए निर्माण को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। इस पुल का निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था और 30 नवंबर 2017 को इसे जनता के लिए खोला गया था। निर्माण के चार साल के भीतर ही यह पुल इतने खराब हाल में पहुंच गया कि दो से तीन बार इसकी मरम्मत करनी पड़ी।
स्टेबिलिटी रिपोर्ट में क्या सामने आया?
अगस्त 2022 में हुई जांच रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि पुल के बीच के छह स्पैन बेहद कमजोर हो चुके हैं और इन्हें तोड़ना ही एकमात्र विकल्प है। इसके बाद से पुल को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। हैरानी की बात यह है कि इतने कम समय में एक बड़ा निर्माण इस स्थिति तक कैसे पहुंच गया।