Jharkhand News: झारखंड जमीन घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, रांची में कई बिल्डरों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी
झारखंड जमीन घोटाला, ED की रांची में कई बिल्डरों पर छापेमारी, हेमंत सोरेन केस से जुड़ा मामला।

Jharkhand News: झारखंड में चल रहे जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज, मंगलवार 23 सितंबर 2025 को, एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की कई टीमें सुबह-सुबह राजधानी रांची में कई बड़े बिल्डरों और रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही हैं। इस कार्रवाई से रांची के बिल्डर लॉबी और राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। यह छापेमारी उसी जमीन घोटाले की जांच का हिस्सा है, जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आरोपी हैं।
क्यों बिल्डरों के ठिकानों पर पड़ी रेड?
ईडी की यह जांच सेना की जमीन और आदिवासी जमीन की अवैध खरीद-बिक्री से जुड़ी है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी को इस बात के सबूत मिले हैं कि इस घोटाले में कई बड़े बिल्डरों और रियल एस्टेट कंपनियों की मिलीभगत है। आरोप है कि इन बिल्डरों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अवैध रूप से जमीनें खरीदीं और उन पर बड़े-बड़े अपार्टमेंट और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया। ईडी अब इन बिल्डरों के मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट की जांच कर रही है।
सुबह से जारी है कई ठिकानों पर छापेमारी
जानकारी के अनुसार, ईडी की टीमों ने सुबह 6 बजे ही एक साथ रांची के विभिन्न इलाकों, जैसे कांके रोड, हरमू और बरियातू में स्थित कई बिल्डरों के दफ्तरों और आवासों पर दबिश दी। सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा में यह कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने सभी ठिकानों को सील कर दिया है और किसी को भी अंदर-बाहर आने-जाने की इजाजत नहीं है। इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, डिजिटल सबूत और नकदी की तलाशी ली जा रही है।
हेमंत सोरेन से जुड़ा है यह पूरा मामला
यह पूरा मामला झारखंड के उस बड़े जमीन घोटाले से जुड़ा है, जिसकी जांच ईडी लंबे समय से कर रही है। इसी साल की शुरुआत में ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। ईडी का दावा है कि यह एक संगठित गिरोह है, जिसमें बड़े राजनेता, नौकरशाह और कारोबारी शामिल हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपये की सरकारी और आदिवासी जमीन की हेराफेरी की है। आज की यह छापेमारी इसी जांच की अगली कड़ी मानी जा रही है।