
PM Modi In Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के मोतीहारी में 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की रोजगार योजना की घोषणा की, जो बिहार के युवाओं को अपने राज्य में ही नौकरी के अवसर देगी। यह कार्यक्रम बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा कदम है, जिसका उद्देश्य राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाना है।
7217 करोड़ की परियोजनाएं, बिहार का बदलेगा भविष्य
प्रधानमंत्री ने मोतीहारी के गांधी मैदान में आयोजित एक विशाल जनसभा में रेल, सड़क, मत्स्य पालन, और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) जैसे क्षेत्रों में कई परियोजनाओं की शुरुआत की। इनमें चार नई अमृत भारत ट्रेनें शामिल हैं, जो बिहार के विभिन्न हिस्सों को दिल्ली और लखनऊ जैसे शहरों से जोड़ेंगी। इसके अलावा, 820 करोड़ रुपये की लागत से एनएच-319 के पररिया-मोहनिया खंड का उद्घाटन किया गया, जो बिहार और झारखंड के बीच आवागमन को आसान बनाएगा।
युवाओं के लिए 1 लाख करोड़ की रोजगार योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं के लिए एक विशेष योजना शुरू की, जिसमें निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी हासिल करने वालों को 15,000 रुपये की एकमुश्त प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह योजना 1 अगस्त से शुरू होगी और इसके लिए केंद्र सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। मोदी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि बिहार के युवा अपने राज्य में ही रोजगार पाएं और उन्हें बाहर न जाना पड़े।” यह योजना बिहार के लाखों युवाओं के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।
PM Modi In Bihar: महिलाओं और ग्रामीण विकास पर जोर
प्रधानमंत्री ने देनदयाल अंत्योदय योजना के तहत 61,500 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि जारी की। साथ ही, प्रधानमंत्री ने 12,000 लोगों को गृह प्रवेश योजना के तहत घर की चाबियां सौंपीं और 40,000 लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 160 करोड़ रुपये का वितरण किया।
बिहार का विकास, देश का विकास
मोदी ने कहा, “बिहार का विकास, विकसित भारत का आधार है।” उन्होंने पूर्व की राजद-कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले गरीबों के लिए दी गई राशि उन तक नहीं पहुंचती थी, लेकिन अब एनडीए सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर योजना का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचे।
मत्स्य पालन और आईटी से नया बिहार
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मछली पालन से जुड़ी नई परियोजनाएं शुरू की गईं, जिनमें मछली हैचरी, बायोफ्लॉक यूनिट और मछली चारा मिल शामिल हैं। साथ ही, दरभंगा में नया सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपीआई) और पटना में इनक्यूबेशन सेंटर खोला गया, जो बिहार में स्टार्टअप और आईटी उद्योग को बढ़ावा देगा।