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Tej Pratap Yadav Controversy: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मची है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद अब पार्टी के भीतर ही इस फैसले पर सवाल उठने लगे हैं। RJD सांसद सुधाकर सिंह ने तेज प्रताप के समर्थन में आवाज बुलंद की है और लालू यादव को इस फैसले पर पुनर्विचार करने की सलाह दी है। यह घटनाक्रम बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सामने आया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को और गर्म कर दिया है।
पार्टी में बगावत या परिवार में तनाव?
लालू यादव ने तेज प्रताप को “गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार” और पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ आचरण का हवाला देते हुए 25 मई 2025 को RJD से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। साथ ही, उन्हें परिवार से भी अलग कर दिया गया। इस फैसले ने न केवल लालू परिवार में, बल्कि RJD के भीतर भी तनाव पैदा कर दिया है। सुधाकर सिंह ने इस कदम को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया और कहा कि तेज प्रताप को पार्टी से निकालना उचित नहीं है। उन्होंने लालू को सलाह दी कि इस तरह के फैसले से पार्टी की एकता को नुकसान हो सकता है।
Tej Pratap Yadav Controversy: तेज प्रताप की चुप्पी
तेज प्रताप ने निष्कासन के बाद एक सप्ताह तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन 1 जून 2025 को उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग उनके और उनके भाई तेजस्वी यादव के बीच फूट डालने की साजिश रच रहे हैं। इस बीच, तेज प्रताप के समर्थन में कई लोग सामने आए हैं। अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव ने भी लालू से इस फैसले पर पुनर्विचार की अपील की है। यह समर्थन तेज प्रताप के लिए एक नई ताकत बन सकता है।
चुनाव से पहले RJD में उथल-पुथल
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और इस समय RJD के भीतर का यह विवाद पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। तेजस्वी यादव, जो RJD के प्रमुख चेहरों में से एक हैं, ने इस मामले में स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा कि निजी और राजनीतिक जीवन में अंतर होना चाहिए। उन्होंने लालू के फैसले का समर्थन किया, लेकिन सुधाकर सिंह जैसे नेताओं की बगावत ने पार्टी में दरार की आशंका को बढ़ा दिया है
Tej Pratap Yadav Controversy: क्या है तेज प्रताप का अगला कदम?
तेज प्रताप के निष्कासन के बाद अब सवाल यह है कि उनका अगला कदम क्या होगा? क्या वह नई राजनीतिक राह चुनेंगे या परिवार और पार्टी में वापसी की कोशिश करेंगे? बिहार की जनता और राजनीतिक विश्लेषक इस घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए हैं। तेज प्रताप के समर्थकों का मानना है कि उनकी लोकप्रियता और जमीनी स्तर पर पकड़ उन्हें नया रास्ता दिखा सकती है।

Author: Sudhanshu Tiwari
Writer