
Bihar Update: बिहार सरकार ने गया शहर का नाम बदलकर ‘गया जी’ करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह निर्णय गया के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को और बढ़ाने के लिए गया है। गया जी, जो पहले से ही हिंदू और बौद्ध धर्म के लिए एक पवित्र तीर्थस्थल है, अब इस नए नाम के साथ और अधिक पहचान बनाएगी।
गया जी: धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
गया जी बिहार का एक ऐसा शहर है, जो धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। हिंदू धर्म में गया जी को पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्म के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने आते हैं। इसके अलावा, गया जी बौद्ध धर्म के लिए भी खास है, क्योंकि यहीं पर भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
नाम बदलने का प्रस्ताव गया नगर निगम की ओर से आया था, जिसे बिहार सरकार ने मंजूरी दे दी। इस फैसले को लागू करने के लिए अब यह प्रस्ताव राज्य और केंद्र सरकार को अधिसूचना के लिए भेजा जाएगा। गया जी का नामकरण इस शहर की आध्यात्मिक पहचान को और मजबूत करेगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और भविष्य की उम्मीदें
गया जी के निवासियों में इस फैसले को लेकर खुशी की लहर है। स्थानीय लोग मानते हैं कि ‘गया जी’ नाम से शहर की पहचान और भी गर्व के साथ उभरेगी। एक स्थानीय निवासी रामकिशोर यादव ने कहा, “हमारे लिए गया पहले भी पवित्र था, लेकिन अब ‘गया जी’ नाम से इसे और सम्मान मिलेगा।”
इसके साथ ही, व्यापारी और पर्यटन से जुड़े लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस नामकरण से गया जी में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। सरकार भी गया जी को पर्यटन स्थल के रूप में और विकसित करने की योजना बना रही है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
बिहार सरकार का मानना है कि ‘गया जी’ नाम इस शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को बेहतर तरीके से दर्शाता है। यह फैसला गया के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तावित किया गया था। उन्होंने कहा, “गया जी नाम हमारे शहर की आध्यात्मिकता और सम्मान को बढ़ाएगा।”
यह बदलाव न केवल शहर की पहचान को नया आयाम देगा, बल्कि इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी और आकर्षक बनाएगा। बिहार सरकार इस दिशा में और कदम उठाने की योजना बना रही है।