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Parking Movie Review: पार्किंग की लड़ाई पर बनी इस फिल्म ने जीता नेशनल अवॉर्ड, जानें कहां देख सकते हैं यह जबरदस्त कॉमेडी

तमिल फिल्म 'पार्किंग' को बेस्ट मूवी का खिताब, जानें क्यों जीती यह फिल्म।

Parking Movie Review: 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों (71st National Film Awards) में इस साल सर्वश्रेष्ठ फिल्म का खिताब एक ऐसी फिल्म को मिला है, जिसकी कहानी हर बड़े शहर में रहने वाले व्यक्ति से जुड़ी हुई है। तमिल फिल्म ‘पार्किंग’ (Parking) ने बेस्ट मूवी का नेशनल अवॉर्ड जीतकर सभी को चौंका दिया है। यह डार्क कॉमेडी फिल्म एक छोटी सी पार्किंग की लड़ाई को लेकर दो पड़ोसियों के बीच की जंग को दिखाती है, जो धीरे-धीरे एक खतरनाक रूप ले लेती है।

क्या है ‘पार्किंग’ की कहानी?

‘पार्किंग’ की कहानी एक युवा आईटी प्रोफेशनल (हरीश कल्याण) और उसके मकान मालिक (एम. एस. भास्कर) के इर्द-गिर्द घूमती है। एक ही घर में किराए पर रहने वाले इन दो परिवारों के पास अपनी-अपनी कार है, लेकिन पार्किंग की जगह सिर्फ एक। शुरुआत में पार्किंग को लेकर होने वाली छोटी-छोटी नोकझोंक और बहसबाजी कब दो पुरुषों के ‘अहंकार’ (Ego) की लड़ाई बन जाती है, पता ही नहीं चलता। यह फिल्म दिखाती है कि कैसे शहरी जीवन में एक छोटी सी जगह की कमी, इंसानी रिश्तों में बड़ी दरार डाल सकती है। फिल्म का निर्देशन रामकुमार बालाकृष्णन ने किया है।

शानदार एक्टिंग और दमदार कॉमेडी

फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसके मुख्य कलाकारों, हरीश कल्याण और दिग्गज अभिनेता एम. एस. भास्कर का दमदार अभिनय है। दोनों ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। फिल्म को भले ही कॉमेडी कहा जा रहा है, लेकिन यह एक डार्क कॉमेडी और सोशल सटायर है। यह आपको हंसाने के साथ-साथ यह सोचने पर भी मजबूर करती है कि हम शहरी जीवन में कितने असहिष्णु होते जा रहे हैं। जूरी ने भी फिल्म की अनूठी कहानी और समाज को आईना दिखाने वाले विषय की जमकर तारीफ की है।

Parking Movie Review: कहां देख सकते हैं यह नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म?

अगर आप इस नेशनल अवॉर्ड विजेता फिल्म को देखना चाहते हैं, तो आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है। यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी प्लस हॉटस्टार’ (Disney+ Hotstar) पर पहले से ही उपलब्ध है। यह फिल्म तमिल भाषा में है, लेकिन इसे अंग्रेजी सबटाइटल्स के साथ देखा जा सकता है। करीब दो घंटे की यह फिल्म आपको हंसाएगी भी, चौंकाएगी भी और अंत में एक गहरा संदेश भी देगी।

Sanjna Gupta
Author: Sanjna Gupta

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