Vastu Tips: वास्तु और धार्मिक मान्यताओं में तुलसी का पौधा बहुत पवित्र माना जाता है। रोजाना तुलसी को जल देना शुभ होता है, लेकिन कुछ खास समय पर तुलसी में पानी डालना वर्जित है। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोग जो रोज तुलसी पूजा करते हैं, उन्हें इन नियमों का जरूर पालन करना चाहिए। आयुर्वेद और वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, गलत समय पर पानी डालने से पौधा भी कमजोर पड़ जाता है। इन 5 समय पर तुलसी में कभी पानी न डालें, वरना घर में दरिद्रता और परेशानी बढ़ सकती है।
सूर्यास्त के बाद और संध्या समय पर पानी न डालें
सूर्यास्त के बाद तुलसी में जल देना सबसे बड़ा दोष माना जाता है। शाम को तुलसी सोने जाती है, इसलिए इस समय जल देने से लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। संध्या काल में भी तुलसी पूजा या जल अर्पण नहीं करना चाहिए। यह समय राहु-केतु का होता है, जिससे नकारात्मकता बढ़ती है।
एकादशी, अमावस्या और ग्रहण के दिन तुलसी को न छुएं
एकादशी को तुलसी व्रत रखा जाता है, इसलिए इस दिन तुलसी में जल नहीं डालते। अमावस्या पर भी तुलसी पूजा वर्जित है। सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय तुलसी को हाथ लगाना या जल देना अशुभ माना जाता है। इन दिनों तुलसी को छूने से पाप लगता है।
रविवार को तुलसी में पानी न डालें
रविवार को तुलसी में जल देना वर्जित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा होती है और तुलसी विष्णु प्रिया हैं। दोनों की पूजा एक साथ नहीं करनी चाहिए। रविवार को तुलसी में पानी डालने से घर में क्लेश बढ़ता है।
बीमार व्यक्ति या सूतक में तुलसी को न छुएं
अगर घर में कोई बीमार है या सूतक लगा है तो तुलसी को हाथ न लगाएं। गर्भवती महिला या मासिक धर्म के दौरान भी तुलसी में जल न डालें। इससे पवित्रता भंग होती है।
तुलसी में जल सुबह सूर्योदय से पहले या दोपहर में डालें। शाम को दीपक जलाएं लेकिन जल न डालें। इन नियमों से घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी। तुलसी माता प्रसन्न रहेंगी और घर में बरकत आएगी।


