Winter Health Tips: सर्दियों में गर्म चाय का मजा ही अलग है, लेकिन ज्यादा चाय पीना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, चाय में कैफीन और टैनिन की मात्रा ज्यादा होने से पाचन तंत्र कमजोर होता है, गैस बनती है और कब्ज की शिकायत बढ़ जाती है। ठंड में शरीर पहले से ही वात दोष बढ़ा हुआ होता है, चाय इसे और असंतुलित कर देती है।
ज्यादा चाय से नींद नहीं आती, चिड़चिड़ापन बढ़ता है और मुंह सूखने लगता है। छोटे शहरों और गांवों के लोग जो दिन में 5-6 कप चाय पीते हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए। आयुर्वेद में चाय को तामसिक माना गया है, जो शरीर में आलस्य लाती है। सर्दी में चाय की जगह गर्म पानी, हर्बल टी या अदरक वाली चाय लें तो फायदा होगा। ज्यादा चाय से बचकर सर्दी का मजा दोगुना हो जाएगा।
ज्यादा चाय पीने से सर्दियों में क्या समस्याएं होती हैं

आयुर्वेद के अनुसार सर्दी में वात और कफ दोष बढ़ता है। चाय में मौजूद कैफीन और टैनिन शरीर को डिहाइड्रेट करते हैं, जिससे मुंह सूखता है और सिरदर्द होता है। ज्यादा चाय से पेट में एसिडिटी, गैस और अपच की शिकायत बढ़ जाती है। नींद की कमी से इम्यूनिटी कमजोर होती है और सर्दी-जुकाम आसानी से लग जाता है। चाय की आदत से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं क्योंकि टैनिन कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। महिलाओं में एनीमिया की समस्या बढ़ सकती है। आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते हैं कि चाय तुरंत ऊर्जा देती है लेकिन लंबे समय में थकान बढ़ाती है।
आयुर्वेद के अनुसार चाय की जगह क्या पिएं और टिप्स
आयुर्वेद में सर्दी के लिए गर्म पानी सबसे अच्छा बताया गया है। इसमें थोड़ा सेंधा नमक या नींबू डालकर पिएं। अदरक, तुलसी, दालचीनी, लौंग और काली मिर्च की हर्बल टी बनाएं। मसाला चाय में दूध कम और मसाले ज्यादा डालें। दिन में 2-3 कप से ज्यादा चाय न पिएं।
चाय के साथ गुड़ या शहद लें, चीनी न डालें। सुबह खाली पेट चाय न पिएं। रात को सोने से पहले चाय बिल्कुल न लें। इन टिप्स से सर्दी में सेहत अच्छी रहेगी और चाय का मजा भी बना रहेगा। आयुर्वेदिक तरीके अपनाकर सर्दियों को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाएं।



