
Delhi News: भारत सरकार ने संसदीय समिति को बताया कि देश की रक्षा तैयारियों में कोई कमी नहीं है। सरकार ने कहा कि सेना के लिए सभी जरूरी उपकरण और संसाधन समय पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह जानकारी मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक संसदीय समिति की बैठक में दी गई। इस बैठक में रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।
रक्षा तैयारियों पर सरकार का बड़ा बयान
बैठक में सरकार ने बताया कि भारत की थल, वायु और नौसेना पूरी तरह तैयार हैं। देश की सीमाओं को सुरक्षित करने और किसी भी खतरे से निपटने के लिए सेना को आधुनिक हथियारों और तकनीक से लैस किया गया है। सरकार ने यह भी कहा कि सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए लॉजिस्टिक्स (रसद) व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
क्या हुआ संसदीय समिति की बैठक में?
यह बैठक कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता में हुई। इसमें कई सांसदों ने विदेशों में फंसे भारतीयों, खासकर युद्धग्रस्त ईरान में फंसे लोगों को निकालने का मुद्दा उठाया। सरकार ने आश्वासन दिया कि वह इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसके अलावा, बैठक में भारत की रक्षा नीति और सुरक्षा तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
सरकार ने बताया कि हाल के वर्षों में रक्षा क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाइयों से भारत ने अपनी ताकत दिखाई है। इसके साथ ही, सेना को स्वदेशी हथियारों और तकनीक से लैस करने पर जोर दिया जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में कहा था कि भारत अब क्वांटम संचार जैसे क्षेत्रों में भी प्रगति कर रहा है, जो भविष्य के युद्धों में गेम-चेंजर साबित होगा।
आम जनता के लिए इसका क्या मतलब?
यह खबर आम लोगों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाती है कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार का दावा है कि देश की सेना किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है। इससे देशवासियों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ता है।