
Puri Gang Rape: ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी ने राज्य की बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। हाल ही में पुरी के गोपालपुर बीच पर हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस घटना में एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा के साथ 10 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, जबकि उसके दोस्त को पीटकर बांध दिया गया। यह घटना 15 जून 2025 को हुई और इसे लेकर विपक्षी दल बीजद और कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
पुरी गैंगरेप ने उजागर की सुरक्षा की कमी
पुरी में हुई इस भयावह घटना ने ओडिशा में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। बीजद नेता लेखश्री समंतसिंघर ने कहा कि बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं। पिछले एक साल में 1,800 से अधिक बलात्कार के मामले और 60 से ज्यादा गैंगरेप की घटनाएं सामने आई हैं। यह आंकड़े राज्य में कानून-व्यवस्था की बदहाल स्थिति को दर्शाते हैं। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरते हुए विधानसभा में हाउस कमेटी बनाने की मांग की, लेकिन उनकी मांग को नजरअंदाज कर दिया गया।
बीजेपी सरकार पर विपक्ष का हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओडिशा यात्रा से ठीक पहले, बीजद और कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर सरकार की लापरवाही को उजागर किया। पार्टी के एक नेता ने बताया कि बीजेपी सरकार के 8 महीनों में 18,001 अपराधों के मामले दर्ज हुए, जिनमें से केवल 217 का निपटारा हुआ। यह स्थिति सरकार की उदासीनता को दर्शाती है। बीजद नेता प्रदीप कुमार माझी ने कहा कि अपराधियों को सजा देने के बजाय सरकार चुप्पी साधे हुए है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रही सरकार?
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों ने ओडिशा की जनता में डर पैदा कर दिया है। पुरी गैंगरेप मामले में भले ही आरोपियों को पकड़ लिया गया हो, लेकिन यह सवाल बना हुआ है कि ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार, जो “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा देती है, वह महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठा रही है? कांग्रेस और बीजद ने मांग की है कि सरकार तुरंत कड़े कदम उठाए और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
Puri Gang Rape: जनता में आक्रोश, सरकार पर दबाव
पुरी गैंगरेप और अन्य घटनाओं ने ओडिशा की जनता में आक्रोश पैदा कर दिया है। महिला कांग्रेस ने विधानसभा का घेराव कर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर अपराधों पर रोक नहीं लगाई गई, तो जनता सड़कों पर उतरेगी। लोग चाहते हैं कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाए।