MPPCS Exam: बॉयफ्रेंड की मदद से बनी DSP, दिव्या झरिया ने दो बार क्रैक किया MP PCS, जानें पूरी सफलता की कहानी
दिव्या झरिया ने दो बार पास किया MPPSC, बॉयफ्रेंड (अब पति) ने की मदद, बनी DSP।

MPPCS Exam: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की रहने वाली दिव्या झरिया ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेहनत और सच्चे साथी का सहयोग किसी भी सपने को हकीकत में बदल सकता है। हाल ही में जारी मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की 2019 की अंतिम मेरिट लिस्ट में दिव्या ने डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (DSP) का पद हासिल किया। यह उनकी दूसरी बड़ी सफलता है। इससे पहले 2020 में वे कमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बनी थीं। दिव्या की यह यात्रा इंजीनियरिंग की पढ़ाई से सिविल सर्विसेज तक की प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें उनके बॉयफ्रेंड आदित्य तिवारी का बड़ा हाथ है। आदित्य खुद DSP हैं और उन्होंने दिव्या को हर कदम पर सपोर्ट किया।
दिव्या ने अपनी सफलता का राज बताया कि असफलताओं से सीखना और लगातार कोशिश करना सबसे जरूरी है। नरसिंहपुर जैसे छोटे शहर से निकलकर राजधानी भोपाल पहुंची दिव्या आज लाखों युवाओं के लिए मिसाल बन चुकी हैं। उनकी कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जहां लोग उन्हें ‘सक्सेस क्वीन’ कहकर बधाई दे रहे हैं। MP PCS जैसी कठिन परीक्षा को दो बार पास करना आसान नहीं था, लेकिन दिव्या ने हार नहीं मानी।
चुनौतियों से भरी तैयारी की राह
दिव्या की पढ़ाई की शुरुआत नरसिंहपुर के स्कूलों से हुई। 12वीं के बाद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग चुना, लेकिन उनका मन सिविल सर्विसेज में था। कॉलेज के दिनों से ही वे MPPSC की तैयारी करने लगीं। 2018 में प्रीलिम्स पास किया, लेकिन मेन्स में नाकाम रहीं। यह पहला बड़ा झटका था। दिव्या ने हार न मानी और अपनी गलतियों का विश्लेषण किया। 2019 में मेन्स अच्छा लिखा, लेकिन रिजल्ट लंबे समय तक लटका रहा। इस देरी ने उनकी धैर्य की परीक्षा ली। आखिरकार 2020 में वे कमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर बन गईं। फिर 2025 की MPPSC स्टेट सिविल सर्विस एग्जाम में DSP रैंक हासिल की।
इन सबमें सबसे बड़ी ताकत बनीं उनके बॉयफ्रेंड आदित्य तिवारी। आदित्य, जो खुद DSP हैं, ने दिव्या को पढ़ाई के दौरान हौसला दिया। वे लंबे घंटे पढ़ाई के लिए साथ बैठते, नोट्स बनाते और तनाव कम करने के लिए घुमाने ले जाते। दिव्या कहती हैं- आदित्य ने मुझे कभी अकेला महसूस नहीं होने दिया। उनकी वजह से मैं दोबारा परीक्षा दे सकी। आज दोनों शादीशुदा हैं और एक-दूसरे को सपोर्ट करते हुए नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।
युवाओं के लिए प्रेरणा, DSP दिव्या के टिप्स
दिव्या की सफलता बताती है कि सिविल सर्विसेज का रास्ता कठिन है, लेकिन सही रणनीति से संभव है। वे सलाह देती हैं कि रोजाना 8-10 घंटे पढ़ाई करें, पुराने पेपर सॉल्व करें और कमजोर टॉपिक्स पर फोकस रखें। परिवार और दोस्तों का साथ सबसे बड़ा हथियार है। MPPSC 2025 की टॉपर बनकर दिव्या ने साबित किया कि छोटे शहर की बेटियां भी बड़ा मुकाम हासिल कर सकती हैं।