Health Tips: पानी पीने की यह आदत हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कर सकती है कम, स्टडी में हुआ बड़ा खुलासा
पानी हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम करता है, जानें पानी पीने के फायदे।

Health Tips: हम सभी जानते हैं कि पर्याप्त पानी पीना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपको हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों से भी बचा सकती है? हाल ही में हुई कई स्टडीज में यह बात सामने आई है कि सही मात्रा में पानी पीना सीधे तौर पर आपके दिल के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) आपके खून को गाढ़ा कर सकती है और दिल पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती है, जो लंबे समय में खतरनाक साबित होता है। आइए विस्तार से जानते हैं कि पानी कैसे आपके दिल का रक्षक बनता है।
पानी कैसे कम करता है हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा?
विशेषज्ञों के अनुसार, जब आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपका शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। डिहाइड्रेशन के कारण आपका रक्त गाढ़ा और चिपचिपा हो जाता है। इस गाढ़े खून को पंप करने के लिए आपके हृदय को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे दिल पर दबाव बढ़ता है। सबसे बड़ा खतरा यह है कि गाढ़ा खून आसानी से थक्के (Blood Clots) बना सकता है। यही खून का थक्का जब हृदय की धमनियों में फंसता है तो हार्ट अटैक आता है, और जब दिमाग की धमनियों में फंसता है तो स्ट्रोक होता है। पर्याप्त पानी पीकर आप अपने खून को पतला और उसके प्रवाह को सहज बनाए रखते हैं, जिससे थक्के बनने का खतरा काफी कम हो जाता है।
दिल की धड़कन और सोडियम को करता है नियंत्रित
जब आप डिहाइड्रेट होते हैं, तो आपके रक्त की मात्रा (Blood Volume) कम हो जाती है। शरीर के सभी अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए, आपके दिल को तेज गति से और अधिक जोर लगाकर पंप करना पड़ता है, जिससे हृदय गति (Heart Rate) बढ़ जाती है। लंबे समय तक यह स्थिति बने रहने से हृदय की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। इसके अलावा, सही मात्रा में पानी पीने से किडनी को शरीर से अतिरिक्त सोडियम को बाहर निकालने में मदद मिलती है। शरीर में सोडियम का उच्च स्तर हाई ब्लड प्रेशर का एक प्रमुख कारण है, जो हृदय रोग और स्ट्रोक के लिए एक बड़ा जोखिम कारक है।
कितना पानी पीना है ‘सही मात्रा’?
“8 गिलास पानी” का नियम एक सामान्य गाइडलाइन है, लेकिन यह हर किसी पर लागू नहीं होता। आपको कितना पानी पीना चाहिए, यह आपकी उम्र, शारीरिक गतिविधि, मौसम और स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सबसे अच्छा पैमाना आपके मूत्र (urine) का रंग है। अगर आपका मूत्र हल्के पीले रंग का है, तो आप पर्याप्त पानी पी रहे हैं। अगर यह गहरे पीले रंग का है, तो यह डिहाइड्रेशन का संकेत है। एक औसत स्वस्थ वयस्क को दिन भर में 2 से 3 लीटर (लगभग 8 से 12 गिलास) पानी पीने का लक्ष्य रखना चाहिए।
पानी पीने की इन अच्छी आदतों को अपनाएं
अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए इन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। प्यास लगने का इंतजार न करें, क्योंकि प्यास लगना इस बात का संकेत है कि आपका शरीर पहले ही डिहाइड्रेट हो चुका है। सुबह उठते ही एक से दो गिलास गुनगुना पानी पिएं। अपने साथ हमेशा एक पानी की बोतल रखें। भोजन करने से 30 मिनट पहले पानी पिएं, यह पाचन में भी मदद करता है। अपने आहार में खीरा, तरबूज, और संतरे जैसे पानी से भरपूर फलों और सब्जियों को शामिल करें।
Health Tips: डॉक्टर से सलाह लेना क्यों है जरूरी?
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यदि आपको पहले से ही कोई हृदय रोग या किडनी की समस्या है, तो आपको कितना पानी पीना चाहिए, इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। कुछ मामलों में, बहुत अधिक पानी पीना भी हानिकारक हो सकता है। लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए, सही मात्रा में पानी पीना हृदय को स्वस्थ रखने का सबसे सरल और सबसे सस्ता तरीका है।