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Jharkhand News: चाईबासा में 5 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे HIV पॉजिटिव मिले, दूषित खून चढ़ाने का आरोप

चाईबासा के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई इस भयावह लापरवाही के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले की जांच के लिए एक हाई-लेवल कमेटी बनाई गई है।

Jharkhand news: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा से एक दिल दहला देने वाली और स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करने वाली खबर सामने आई है। यहां के सदर अस्पताल में थैलेसीमिया का इलाज करा रहे पांच मासूम बच्चे HIV पॉजिटिव पाए गए हैं। इन बच्चों की उम्र 10 साल से कम बताई जा रही है।

आरोप है कि इन बच्चों को यह जानलेवा संक्रमण इलाज के दौरान चढ़ाए गए दूषित खून (contaminated blood) के कारण हुआ है।

क्या है पूरा मामला?

थैलेसीमिया एक गंभीर आनुवंशिक बीमारी है, जिसमें मरीज के शरीर में खून की भारी कमी हो जाती है और उन्हें जीवित रहने के लिए नियमित रूप से (हर 15-20 दिनों में) खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है। ये सभी 5 बच्चे चाईबासा सदर अस्पताल के थैलेसीमिया डे-केयर सेंटर में अपना इलाज करा रहे थे और वहीं उन्हें नियमित रूप से खून चढ़ाया जाता था।

यह मामला तब सामने आया जब एक रूटीन जांच के दौरान इन बच्चों का HIV टेस्ट किया गया और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस खुलासे के बाद से ही पीड़ित बच्चों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

Jharkhand News: स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की जांच

इस भयावह लापरवाही के सामने आने के बाद, झारखंड स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक हाई-लेवल जांच कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी इस बात की जांच करेगी कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई।

  • जांच का केंद्र: जांच का मुख्य बिंदु अस्पताल का ब्लड बैंक है। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या ब्लड बैंक में खून की HIV जांच के लिए अनिवार्य NAT (Nucleic Acid Test) स्क्रीनिंग की गई थी या नहीं।
  • ब्लड बैंक पर संदेह: यह भी जांच की जा रही है कि क्या इन बच्चों को बिना सही जांच प्रक्रिया का पालन किए ही खून चढ़ा दिया गया।

इस बीच, इस मामले को लेकर एक जनहित याचिका (PIL) भी दायर करने की तैयारी की जा रही है, जिसमें पूरे राज्य के ब्लड बैंकों की कार्यप्रणाली की जांच कराने और पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की गई है। इस घटना ने देश भर में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुरक्षा पर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Sanjna Gupta
Author: Sanjna Gupta

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