महिलाओं में तेजी से बढ़ती ऑटो इम्यून डिज़ीज़-पुरुषों की तुलना में
योग, आयुर्वेद और संतुलित आहार से नियंत्रित हो सकती हैं कई ऑटो इम्यून बीमारियाँ, विशेषज्ञों ने दी सलाह
डेस्क: महिलाओं में तेजी से बढ़ रही ऑटो इम्यून डिज़ीज़ आज स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का बड़ा विषय बन चुकी हैं। आँकड़ों के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह बीमारियाँ 8 गुना ज्यादा पाई जाती हैं। थायराइड, ल्यूपस, रूमेटाइड आर्थराइटिस, स्किन डिज़ीज़, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी कई बीमारियाँ इसी श्रेणी में आती हैं। ऑटो इम्यून डिज़ीज़ तब होती है जब शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) गलती से अपने ही स्वस्थ सेल्स पर हमला करने लगती है।
योग गुरु स्वामी रामदेव का मानना है कि सही खानपान, जीवनशैली और योग अपनाकर इन बीमारियों से काफी हद तक बचाव संभव है।
महिलाओं में क्यों होती है ऑटो इम्यून डिज़ीज़ ज्यादा?
विशेषज्ञ बताते हैं कि महिलाओं में हार्मोनल बदलाव, प्रेग्नेंसी, तनाव, हाइपोथायरायड, पोषण की कमी और तेजी से बदलती लाइफस्टाइल ऑटो इम्यून डिज़ीज़ के प्रमुख कारण हैं। महिलाओं में एस्ट्रोजन का स्तर ज्यादा होता है, जो इम्यून सिस्टम को संवेदनशील बनाता है। यही कारण है कि शरीर छोटी सी गड़बड़ी को भी बड़ा खतरा मानकर अपने ही सेल्स पर हमला कर देता है।
स्वामी रामदेव – “जीवनशैली बदलें, बीमारी खुद-ब-खुद घट जाएगी”
स्वामी रामदेव के अनुसार, ऑटो इम्यून डिज़ीज़ का सबसे बड़ा कारण है— शरीर में बढ़ी हुई इंफ्लेमेशन (सूजन), गलत खानपान और तनाव। योगगुरु कहते हैं कि अगर रोजाना योग, प्राणायाम और सात्त्विक आहार को जीवन में शामिल कर लिया जाए तो शरीर में सूजन कम होती है और इम्यून सिस्टम प्राकृतिक रूप से मजबूत बनता है।
ऑटो इम्यून डिज़ीज़ क्या संकेत देती है?
- बार-बार थकान
- जोड़ों में दर्द
- बाल झड़ना
- त्वचा पर रैशेज़
- पेट संबंधी समस्या
- बार-बार संक्रमण
- नींद की कमी, तनाव
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ करना महिलाओं के लिए भारी पड़ सकता है, क्योंकि बीमारी धीरे-धीरे पूरे शरीर को प्रभावित करती है।
स्वामी रामदेव द्वारा सुझाए गए घरेलू और प्राकृतिक उपाय
1. प्राणायाम – इम्यून सिस्टम को रीसेट करता है
- कपालभाति – 5 मिनट
- अनुलोम-विलोम – 10 मिनट
- भ्रामरी, उज्जायी और उद्गीथ – तनाव को कम करते हैं
प्राणायाम शरीर की सूजन कम करता है और प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।
2. सात्त्विक और एंटी-इंफ्लेमेटरी आहार
स्वामी रामदेव सलाह देते हैं कि महिलाएं अपनी डाइट में शामिल करें:
- हल्दी, अदरक, तुलसी
- देसी घी, नारियल तेल
- हरी सब्जियाँ, मौसमी फल
- बाजरा, ज्वार, रागी
- गर्म पानी, हर्बल काढ़ा
फास्ट फूड, जंक फूड, ज्यादा चीनी और ओवर पैक्ड चीजें तुरंत बंद करनी चाहिए।
3. आयुर्वेदिक हर्ब्स से राहत
स्वामी रामदेव के अनुसार,
- अश्वगंधा
- गिलोय
- शतावरी
- हल्दी दूध
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और सूजन कम करते हैं।
इनका सेवन डॉक्टर की सलाह से करना बेहतर है।
4. रोज सुबह सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार को पूरा शरीर का वर्कआउट माना जाता है।
यह हार्मोन को संतुलित करता है और मानसिक तनाव कम करता है—जो ऑटो इम्यून डिज़ीज़ की बड़ी वजह है।
महिलाओं के लिए खास सलाह
- रोज 30 मिनट की वॉक
- पर्याप्त नींद (7–8 घंटे)
- तनाव कम करने के लिए ध्यान
- अनावश्यक दवाइयों से बचें
- साल में एक बार विटामिन D, B12, थायराइड की जांच
इन उपायों को अपनाने से शरीर की सूजन कम होती है और ऑटो इम्यून डिज़ीज़ का जोखिम काफी हद तक घट जाता है।
निष्कर्ष:
महिलाओं में तेजी से बढ़ती ऑटो इम्यून डिज़ीज़ को केवल दवाइयों से नियंत्रित करना आसान नहीं है। स्वामी रामदेव का कहना है कि इसके लिए योग, आयुर्वेद और संतुलित जीवनशैली जरूरी है। सही खानपान, नियमित व्यायाम, तनावमुक्त जीवन और प्राकृतिक चिकित्सा अपनाकर महिलाएं इन बीमारियों से लंबे समय तक सुरक्षित रह सकती हैं। समय रहते सावधान होना ही सबसे बड़ा बचाव है।



