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झारसुगुड़ा/मुर्शिदाबाद। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में 12 अप्रैल को भड़की सांप्रदायिक हिंसा का एक चौंकाने वाला कनेक्शन ओड़िशा के झारसुगुड़ा से सामने आया है। इस हिंसा के सिलसिले में पश्चिम बंगाल एसटीएफ और झारसुगुड़ा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार को कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें पिता-पुत्र की हत्या के दो मुख्य आरोपी भी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद आरोपी फरार हो गए थे और ओड़िशा के बंधबहाल और बनाहरपाली इलाकों में छिपे हुए थे। इनपुट मिलने के बाद, पुलिस की संयुक्त टीम ने दोनों इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया और 20 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की, जिसके बाद आठ लोगों की गिरफ्तारी संभव हो सकी।
गिरफ्तार आरोपियों में दो ऐसे हैं जो घटना के दौरान पिता-पुत्र की निर्मम हत्या में मुख्य भूमिका निभा रहे थे। इन पर दंगा फैलाने, हत्या, आगजनी और अन्य गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
झारसुगुड़ा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी गिरफ्तार आरोपियों को मुर्शिदाबाद पुलिस को सौंप दिया गया है और उन्हें जल्द ही वहां की अदालत में पेश किया जाएगा। मामले की जांच तेज कर दी गई है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश भी जारी है।
यह मामला यह दर्शाता है कि अपराधी राज्य की सीमाओं से बाहर जाकर भी छिपने की कोशिश करते हैं, लेकिन राज्यों के बीच बेहतर समन्वय और इंटेलिजेंस नेटवर्क के चलते उन्हें बचना मुश्किल हो रहा है।
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों की जानकारी मिले तो तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करें, ताकि ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा सके।
