Health Tips: आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में नींद न आने की शिकायत आम हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि म्यूजिक से अच्छी नींद आ सकती है? वैज्ञानिक अध्ययनों से साबित हुआ है कि सोने से पहले शांत संगीत सुनने से तनाव कम होता है और शरीर को गहरी आराम मिलता है। संगीत दिमाग को शांत रखता है और नींद की क्वालिटी बढ़ाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि यह सस्ता और आसान उपाय है, जो घर पर ही आजमाया जा सकता है। आइए जानते हैं म्यूजिक से अच्छी नींद का विज्ञान और फायदे।
म्यूजिक से अच्छी नींद: तनाव दूर करने का आसान तरीका
म्यूजिक से अच्छी नींद के फायदे कई रिसर्च में सामने आए हैं। जब आप सोने से पहले हल्का संगीत सुनते हैं, तो तनाव का हार्मोन कोर्टिसोल कम हो जाता है। इससे दिमाग रिलैक्स होता है और नींद जल्दी आती है। साथ ही, खुशी का हार्मोन डोपामाइन बढ़ता है, जो मन को सुकून देता है। स्लीप फाउंडेशन की रिपोर्ट बताती है कि शांत संगीत नींद को गहरा बनाता है।
बच्चों के लिए भी यह रामबाण है। मांएं लोरी गाकर सुलाती हैं, और विज्ञान इसे सही ठहराता है। स्कूल जाने वाले बच्चे अगर म्यूजिक सुनें, तो नींद बेहतर आती है। बड़ों में भी असर देखा गया। एक अध्ययन में पाया गया कि 45 मिनट संगीत सुनने से नींद का समय 27 से 69 मिनट कम हो गया। आजकल स्लीप म्यूजिक थेरेपी लोकप्रिय हो रही है, जो अनिद्रा से लड़ती है।
संगीत कैसे शरीर को शांत करता है
म्यूजिक से अच्छी नींद का कनेक्शन हमारे शरीर की प्रक्रियाओं से जुड़ा है। संगीत सुनते ही दिमाग ध्वनियों को बिजली के संकेतों में बदल देता है। इससे हार्मोन बदलते हैं, जो तनाव घटाते हैं। दिल की धड़कन सामान्य होती है, ब्लड प्रेशर कम होता है और सांसें स्थिर रहती हैं। यह नर्वस सिस्टम को बैलेंस करता है, जो शरीर के कामकाज को नियंत्रित करता है।
अनिद्रा वाले लोगों के लिए संगीत खास मददगार है। एक रिसर्च में महिलाओं ने 10 दिनों तक अपनी पसंदीदा एल्बम सुनी, तो नींद आने का समय 6-13 मिनट रह गया। संगीत बाहरी शोर को दबाकर एक ढाल की तरह काम करता है। मन के बेचैन विचार दूर हो जाते हैं।
म्यूजिक थेरेपी: नींद की नई उम्मीद
म्यूजिक से अच्छी नींद के लिए थेरेपी एक बढ़िया विकल्प है। रिसर्च बताती हैं कि संगीत मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों सुधारता है। भागदौड़ में नींद की कमी दिल की बीमारियां लाती है, लेकिन संगीत इसे रोकता है। रोज सोने से पहले कुछ देर शांत संगीत सुनें। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पसंदीदा लेकिन हल्का संगीत चुनें। यह सभी उम्र के लिए सुरक्षित है।



