जम्मू-कश्मीर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में सोनमर्ग और गगनगीर को जोड़ने वाली 6.5 किमी लंबी Z-Morh टनल का उद्घाटन किया। ₹2,700 करोड़ की लागत से तैयार इस सुरंग के उद्घाटन के मौके पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित थे। इस सुरंग के निर्माण से सोनमर्ग क्षेत्र में सालभर सड़क संपर्क बहाल रहेगा, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को लाभ मिलेगा।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जनता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री जी, आपने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में कहा था कि आप दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी को खत्म करने पर काम कर रहे हैं। Z-Morh टनल जैसे प्रोजेक्ट इन दूरियों को कम करने का प्रमाण हैं। आपके प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं।”
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रधानमंत्री का आभार
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घाटी में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा, “आपने 4 महीने में चुनाव कराने का वादा निभाया और लोगों को अपनी सरकार चुनने का अवसर दिया। जनता ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बिना किसी धांधली के चुनाव संपन्न हुए। मुझे विश्वास है कि आप जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा भी जल्द पूरा करेंगे।”
टनल से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा
Z-Morh टनल के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सोनमर्ग को विंटर स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने में सहायक होगी, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा। टनल में 7.5 मीटर चौड़ा आपातकालीन एग्जिट रूट भी है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
टनल निर्माण में शहीदों को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सुरंग निर्माण के दौरान शहीद हुए सात नागरिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने आतंकवादियों के हमले में अपनी जान गंवाई थी। उन्होंने कहा, “ये बलिदान इस देश और जम्मू-कश्मीर की प्रगति के लिए दिए गए हैं।”
पर्यटन और शांति से बदलाव
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रयासों से बॉर्डर क्षेत्रों में सीजफायर का लाभ लोगों तक पहुंचा है। गुरेज, माछिल और करनाह जैसे दूरदराज के इलाकों में पर्यटन बढ़ने से लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
टनल के निर्माण से स्थानीय लोगों को निचले इलाकों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और सोनमर्ग क्षेत्र सालभर देश के अन्य हिस्सों से जुड़ा रहेगा।
